जींद: जींद में सी.ई.टी. का पेपर लीक करवाने के नाम पर सौदेबाजी कर बेरोजगार युवाओं को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। इस संबंध में पुलिस ने स्कूल प्रिंसीपल समेत 3 लोगों गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से सी.ई.टी. के एग्जाम की फोटो कॉपी भी बरामद हुई है लेकिन जब कॉपी का मिलान किया तो यह नकली पाई गई। आरोपियों की पहचान में जींद के ईक्कस गांव निवासी कुलबीर कैरखेड़ी गांव निवासी अमित और जींद के भिवानी रोड निवासी जितेंद्र के रूप में हुई है। आरोपियों ने कबूल भी किया है कि सी.ई.टी. का पेपर लीक नहीं हो पाया, इस कारण उन्होंने फर्जी कॉपी तैयार की थी।
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि जींद डी.आर.डी.ए. के सामने की हुडा मार्कीट में एक निजी ऑफिस परसी. ई. टी. का एग्जाम लीक करवाने को लेकर परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड लिए जा रहे हैं। सूचना के आधार पर डिटैक्टिव स्टाफ ने रेड कर यहां 3 लोगों को काबू किया। छानबीन करने पर कमरे से मोबाइल, उपकरण, डिवाइस और कुछ पेपर तथा उनकी फोटो कॉपी मिलीं। जब इनकी जांच की तो यह सी.ई.टी. का फर्जी पेपर तैयार किया हुआ मिला। डी.एस.पी. अमित भाटिया अनुसार आरोपियों से गहन पूछताछ में बताया कि पेपर पूरी तरह फर्जी था और उन्होंने पैसे ऐंठने के लिए ही 3 लोगों के माध्यम से परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड मंगवाए हुए थे।
आरोपियों के खिलाफ पहले भी पेपर लीक करवाने के दर्ज हैं। कुलबीर धनखड़ी के सरकारी स्कूल में प्रिंसीपल हैं और उनके खिलाफ साल 2015 में असम राइफल भर्ती मामले में केस चल रहा है। जितेंद्र के खिलाफ केंद्रीय विद्यालय संगठन का पेपर लीक करवाने और एक अन्य पेपर लीक मामले में केस चल रहा है जिसमें वह जमानत पर है। आरोपी अमित ग्रुप-डी का कर्मचारी है। पुलिस जांच में जुटी है कि आखिर कितने परीक्षार्थियों से इन्होंने एडमिट कार्ड और कितने रुपए ले रखे थे।