राजसमंद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं की एक बैठक में चाकूबाजी की खबर है। जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया भी मौजूद थे। हालांकि, अभी यह साफ नहीं हुआ है कि चाकूबाज के निशाने पर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया थे या नहीं?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजसमंद बीजेपी जिला कार्यसमिति की बैठक नाथद्वारा में चल रही थी। इस बैठक में सतीश पूनिया समेत पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। अचानक हुई इस चाकूबाजी की घटना ने बैठक में मौजूद सभी लोगों को सन्न कर दिया।
हमलावर ने बीजेपी जिला अध्यक्ष मानसिंह बारहठ के बेटे अरविंद सिंह बारहठ को चाकू से गोदा है। बताया जा रहा है कि हमले में दो युवक शामिल थे। राजसमंद जिला अध्यक्ष के बेटे पर चाकू से हमले के एक आरोपी को मौके पर ही दबोचा गया है।
जानकारी के मुताबिक, नाथद्वारा उपली ओडन में स्थित होटल मारूति नंदन में भाजपा प्रदेश कार्य समिति की बैठक चल रही थी। इसमें भाजपा राजसमंद के जिलाध्यक्ष मानसिंह बारहठ के पुत्र अरविंद सिंह पर भोजना व्यवस्था का जिम्मा था। बैठक फर्स्ट फ्लोर पर थी और भोजन व्यवस्था ग्राउंड फ्लोर पर थी। इस दौरान तीन लोग होटल में पहुंचे और बैठक में जाने लगे। अरविंद सिंह ने यह कहते हुए रोक दिया कि वे बैठक में अपेक्षित नहीं हैं। इसको लेकर दोनों के बीच बहस हो गई।
हाइवे पर रोकी थी पूनिया की गाड़ी
आपको याद दिला दें कि इससे पहले भी सतीश पूनिया पर हमला हो चुका है। इसी साल फरवरी महीने में ही कोटा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को हाईवे- 52 पर बल्लोप के निकट काले झंडे दिखाए थे। करीब 15 मिनट तक उन्हें हाईवे पर रोके रखा था। कुछ कार्यकर्ताओं ने पत्थर भी फेंके थे। बीच बचाव में पूनिया के पीएसओ रामरतन के कपड़े फट गए थे। घटनाक्रम की पूरी जानकारी बूंदी पुलिस को दी गई थी और फिर वो जयपुर के लिए रवाना हुए थे।
क्यों चर्चा में है उदयपुर जिला
बता दें कि राजस्थान का उदयपुर जिला पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में है। यहां एक दर्जी कन्हैयालाल का दो लोगों ने धारदार हथिरार से बेरहमी से सिर कलम कर दिया था। इस घटना के बाद से यहां राजनेताओं का आना-जाना लगा हुआ है। पीड़ित परिवार ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना की जांच आतंकी हमले के एंगल से भी की जा रही है।