राजस्थान में सीएम गहलोत और सचिन पायलट के बीच सत्ता पर वर्चस्व को लेकर संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। सीएम गहलोत के निशाने पर गाहे-बगाहे सचिन पायलट रहते हैं। बुधवार को सीएम गहलोत ने एक बार इशारों ही इशारों में सचिन पायलट पर तंज कस दिया। मतलब साफ है कि राजनीतिक संकट भले ही टल गया हो लेकिन, गहलोत और पायलट गुट के बीच खटास जारी है। सीएम गहलोत बार-बार पायलट के लिए नाकारा और निकम्मा शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं। बुधवार को गहलोत ने एक बार फिर पायलट को निशाने पर ले लिया। सीएम गहलोत ने नाकारा और निकम्मा शब्द की परिभाषा बताने के बहाने अपने धुर विरोधी सचिन पायलट पर निशाना साधा। गहलोत ने कहा- बच्चा समझकर नाकारा और निकम्मा बोल दिया। कुछ लोग बुरा मान गए।
राहुल गांधी की तारीफ से गहलोत गुट असहज
जानकारों का कहना है कि राहुल गांधी के पायलट के धैर्य की तारीफ को गहलोत खेमा पचा नहीं पा रहा है। इसलिए सीएम गहलोत रणनीतिक के तहत पायलट को निशाने पर ले रहे हैं। सत्तारूढ़ पार्टी में छिड़ी लड़ाई का यह पटाक्षेप नहीं है। सत्ता पर वर्चस्व को लेकर संघर्ष अभी रुकेगा नहीं। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी का आंतरिक संघर्ष जारी रहेगा। सचिन पायलट गाहे-बगाहे सरकार रिपीट नहीं होने की बात कहकर गहलोत पर निशाना साधते रहे हैं।
पायलट से भाजपा की हमदर्दी के मायने
राजस्थान की राजनीति में भाजपा नेताओं की सचिन पायलट से हमदर्दी चर्चा बनी हुई है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ सचिन पायलट की मुक्तकंठ से तारीफ कर रहे हैं। शेखावत ने कहा- पायलट से चूक गई हो गई वरना राजस्थान में मध्यप्रदेस जैसे हालात होते। सचिन पायलट सम्मानीय नेता है। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा- पायलट जमीन से जुड़े नेता है। जनाधार रखते हैं। उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी सचिन पायलट की तारीफ की है। भाजपा नेताओं की पायलट के प्रति हमदर्दी से चर्चा में है। हालांकि, सचिन पायलट ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर पलटवार किया है। पायलट ने कहा कि हमसे चूक हो गई। जोधपुर की जनता 2024 के लोकसभा चुनावों में चूक नहीं होगी।