उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 10वीं क्लास की 17 लड़कियों को नशीला पदार्थ पिलाने और फिर प्रैक्टिकल एग्जाम के बहाने रेप की कोशिश की एफआईआर दर्ज की गई है। पुरकाजी कस्बे के दो स्कूल मैनेजर ने भोपा की 17 लड़कियों को रात में जीजीएस इंटरनेशनल स्कूल में रोका, उनके खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया और कथित तौर पर उनके साथ छेड़खानी की। पुलिस ने इस मामले में दोनों लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके साथ ही इस मामले में लापरवाही बरतने को लेकर एक पुलिस अधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और स्थानीय विधायक प्रमोद उटवाल के हस्तक्षेप के बाद परिवार की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि पुरकाजी पुलिस थाना के प्रभारी विनोद कुमार सिंह को इस मामले में कथित लापरवाही बरतने को लेकर लाइन हाजिर कर दिया गया। वहीं, भोपा थाना स्थित सूर्य देव पब्लिक स्कूल के संचालक योगेश कुमार चौहान और पुरकाजी क्षेत्र में पड़ने वाले जीजीएस इंटरनेशनल स्कूल के संचालक अर्जुन सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न, नशीला पदार्थ देने और पोक्सो एक्ट की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
एसएसपी ने बताया कि घटना उस समय हुई, जब योगेश सूर्य देव पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली 17 लड़कियों को प्रायोगिक परीक्षा दिलाने के लिए जीजीएस स्कूल में लेकर गए थे और उन्हें वहां रातभर रुकना था। लड़कियों के साथ कोई महिला शिक्षिका मौजूद नहीं थी। पीड़िताओं के परिजन की शिकायत के अनुसार, दोनों आरोपियों ने नाबालिग लड़कियों को कथित रूप से नशीला पदार्थ पिलाकर उनका यौन उत्पीड़न किया और बलात्कार करने की कोशिश की।
अभिषेक यादव ने भी बताया कि परिजनों की शिकायत है कि आरोपियों ने लड़कियों को धमकी दी कि वे घटना के बारे में किसी को नहीं बताएं। परिजन के अनुसार, जब वे स्थानीय पुलिस के पास पहुंचे, तो उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया, जिसके बाद उन्होंने विधायक से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन के दो लोगों के खिलाफ भारतीय दंड की धारा 328, 354 और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम की संबद्ध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।