दिल्ली हवाईअड्डे पर कस्टम विभाग ने 68 करोड़ की हेरोइन के साथ दो लोगों को धर-दबोचा है। दोनों आरोपी यूगांडा के रहने वाले हैं। आरोपियों ने बच्चों की किताबें, सूटकेस के तले और अन्य गत्तों के अंदर काले रंग की प्लस्टिक में हेरोइन छिपा रखी थी। लेकिन कस्टम अधिकािरयों को जांच के दौरान उनके हावभाव पर शक हुआ उन्होंने जब उनके सामान की गहनता से जांच की तो उनके सूटकेस के अंदर तले में उस अतिरिक्त परत बनी दिखाई पड़ी। इसी तरह किताबों के कवर जरूरत से अधिक मोटे थे।
कटस्म अधिकारियों के मुताबिक दोनों कैरियर हैं और यह अब तक की अधिक मात्रा में पकड़ी गई खेप में से एक है। कस्टम अधिकारियों के मुताबिक आरोपियों की पहचान 34 वर्षीय हमुजा सेरुगो और 36 वर्षीय उमर सेबनडेके के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि वह दोनों तस्करी के पैसों से भारत में अपना इलाज करवाना चाहते थे। दोनों पहली बार किसी वारदात में हुए शामिल हुए हैं। युगांडा में दोनों की बहनों ने उनकी मदद की थी और बैग उन्हें दिए थे।
दोनों ने सुटकेस व किताबों में अतिरक्त परत लगाकर हेरोइन छिपाई थी। जब कस्टम अधिकािरयरों ने किताबों व सूटकेस को खोला तो उसमें से करीब 9.8 किलो हेरोइन बरामद हुई। उनसे दो बैग में स्थित 51 पाउच से यह हेरोइन बरामद हुई है। बरामद हेरोइन की कीमत करीब 68 करोड़ रुपए आंकी गई है। वह उड़ान संख्या क्यू आर 578 से आए थे। दोनों ने पैसों के लालच में इस वारदात को अंजाम िदया था। वह युगांडा से दोहा होकर टर्मिनल 3 पर पहुंचे हैं।