अंकल कम्युनलिज़्म
दिलीप कुमार "वो सादगी कुछ भी ना करे तो अदा ही लगेवो भोलापन है कि बेबाकी भी हया ही लगेअजीब...
Read moreदिलीप कुमार "वो सादगी कुछ भी ना करे तो अदा ही लगेवो भोलापन है कि बेबाकी भी हया ही लगेअजीब...
Read moreचक्षुओं में मदिरा सी मदहोशीमुख पर कुसुम सी कोमलतातरूणाई जैसे उफनती तरंगिणीउर में मिलन की व्याकुलता...
Read moreकरूं वंदना तुम्हारी।मां सरस्वती हमारी॥शिक्षा का दान दे दो।यही प्रार्थना हमारी॥ करूं वंदना... आंखों की ज्योति...
Read moreसभी आपदा मनुष्य द्वारा उत्पन्न माने जा सकते हैं। क्योंकि कोई भी खतरा विनाश में परिवर्तित हो, इससे पहले मनुष्य...
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