सताने लगी हो
बेवजह मुझे तुम सताने लगी होl क्या प्यार फिर से जताने लगी हो ? अदायें तो लगती है ऐसी ही...
Read moreबेवजह मुझे तुम सताने लगी होl क्या प्यार फिर से जताने लगी हो ? अदायें तो लगती है ऐसी ही...
Read moreलक्ष्मीकांत मुकुल 1. मदार के उजले फूलों की तरह तुम आई हो कूड़ेदान भरे मेरे इस जीवन में तितलियों, भौरों...
Read moreदिलीप कुमार "ख्वाबे गफलत में सोये हुए मोमिनोंऐशो इशरत बढ़ाने से क्या फायदाआँख खोलो याद रब को करोउम्र यूँ ही...
Read moreबिजली की हालत नासूर बनी हुई है. लगातार कब्ज की तरह आ जा रही है. इ कहें कि कुल मिलाकर...
Read moreदिलीप कुमार "हजारों साल नर्गिस अपनी बेनूरी पे रोती हैतब कहीं जाकर होता चमन में एक बिदनवार पैदा" यही शेर...
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