तब्दीली आयी रे
दिलीप कुमार "हजारों साल नर्गिस अपनी बेनूरी पे रोती हैतब कहीं जाकर होता चमन में एक बिदनवार पैदा" यही शेर...
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Read moreदिलीप कुमार हे कूल डूड ऑफ़ हिंदी ,टुडे इज द बर्थडे ऑफ़ हिंदी ,ईट्स आवर मदर टँग एन प्राइड आलसो...
Read moreदिलीप कुमार आजकल देश में मोटा भाई कहने का चलन बहुत बढ़ गया है।माना जाता है कि बंधुत्व और दोस्ती...
Read moreदिलीप कुमार "ख्वाबों,बागों ,और नवाबों के शहर लखनऊ में आपका स्वागत है" यही वो इश्तहार है जो उन लोगों ने...
Read moreदिलीप कुमार "ये जमीं तब भी निगल लेने को आमादा थीपाँव जब जलती हुई शाखों से उतारे हमनेइन मकानों को...
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