पानी रे पानी
"कोस कोस पर बानी बदले चार कोस पर पानी" बानी यानी बोली -भाषा तो हमारे यहाँ बदल ही जाती है।...
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Read moreपानी है जीवन भईया इसको ना बर्बाद करो पानी से जीवन है इसे तुम ध्यान करो जी पानी ही जीवन,...
Read moreबेवजह मुझे तुम सताने लगी होl क्या प्यार फिर से जताने लगी हो ? अदायें तो लगती है ऐसी ही...
Read moreलक्ष्मीकांत मुकुल 1. मदार के उजले फूलों की तरह तुम आई हो कूड़ेदान भरे मेरे इस जीवन में तितलियों, भौरों...
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