श्रीरामवंदना
हे कमलनयन दशरथनन्दन है जगतनियन्ता रघुनाथ, आया हूँ मैं शरण तुम्हारी अब न छोड़ो मेरा हाथ; सदा कल्याण करो सभी...
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Read moreलघुकथा विधा के वातायन से झांकती 'दृष्टि' की दृष्टि बहुत पैनी और दूरदर्शी है। अशोक जैन द्वारा सम्पादित और प्रकाशित...
Read moreपंडित सुरेश नीरव (प्रख्यात कवि एवं व्यंग्यकार) पंडित सुरेश नीरव व्यंग्य विधा के एक ऐसे लोकप्रिय और प्रतिष्ठित हस्ताक्षर हैं...
Read moreदिलीप कुमार " मेहँदी लगा कर रखना" (व्यंग्य )"मैं इसे शोहरत कहूँ,या अपनी रुस्वाई कहूँ,मुझसे पहले उस गली में ,मेरे...
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