जिसे सर झुकाने की आदत नहीं है
जिसे सर झुकाने की आदत नहीं है उसे हर बशर से मोहब्बत नहीं है दुःखा दिल किसी का ख़ुशी मैं...
Read moreजिसे सर झुकाने की आदत नहीं है उसे हर बशर से मोहब्बत नहीं है दुःखा दिल किसी का ख़ुशी मैं...
Read moreरेशम के बदन को नहलाकर मैं आग से बातें कर लूँगा,तुम अपनी हथेली मत खुरचो, दकदीर बनाकर देखेंगे.__________________________ जल्दी न...
Read moreअखंड है वसुंधरा, अखंड आसमान है, रूकूँ नही थकूँ नहीं मैं, जब तलक ये प्राण हैं ह्रदय में एक गान...
Read moreCopyright © 2020 Janlokindiatimes.com | This is Owned By Janlok India Times