आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के रामतीर्थम में मंगलवार को भगवान राम की मूर्ति को कथित रूप से खंडित करने का एक मामला सामने आया है। जिसके बाद से ही भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह ने मंदिर परिसर में धरना दे दिया। बता दें कि भगवान राम की मूर्ति के ऊपर के हिस्से के टूटने की बात कही जा रही है।घटना मंगलवार सुबह सामने आई जब पुजारी ने सबसे पहले मंदिर का ताला टूटा हुआ देखा था। बाद में उन्होंने पाया कि भगवान राम की मूर्ति का सिर गायब था।
मंदिर के अधिकारियों ने कार्यकारी अधिकारी गंगाराव के माध्यम से जिला पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। मामला जानने के बाद एसपी राजकुमारी और डीएसपी अनिल मौके पर पहुंचे।मामले की जांच के लिए टीम और डॉग स्क्वायड तैनात किया गया। बाद में मूर्ति का अलग हिस्सा बुधवार को मंदिर परिसर के टैंक में पाया गया था।
इसके बाद मामले को जानने के लिए आए भाजपा कैडर ने मंदिर में आंदोलन शुरू कर दिया। भाजपा कार्यकर्ता मंगलवार शाम से ही मंदिर परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। तिरुपति में भाजपा एपी के उपाध्यक्ष विष्णुवर्धन रेड्डी ने एक बयान में कहा, “वाईएस जगनमोहन रेड्डी के शासन में आंध्र प्रदेश में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है। कल विजयनगरम जिले एक घटना में हुई। वो एक 400 साल पुराना ऐतिहासिक मंदिर है।”
उन्होंने कहा, “कुछ उपद्रवियों ने मंदिर में प्रवेश किया और भगवान राम की मूर्ति को नष्ट कर दिया। वाईएसआरसीपी सरकार के पिछले 18 महीनों के शासन में, आंध्र प्रदेश में इस तरह की कई घटनाएं हो रही हैं। आंध्रप्रदेश में 18 महीनों में लगभग 18 घटनाएं हुईं। मंत्री खुलकर हिंदू मंदिरों के खिलाफ भाषण दे रहे हैं। लेकिन सरकार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया है।”
आगे उन्होंने कहा, “इससे पहले, पूर्वी गोदावरी जिले के अंटारवेदी में एक बड़ी घटना हुई थी। आंध्र प्रदेश में भी ऐसी ही घटनाएं हुई हैं। बीजेपी एपी सीएम वाईएस जगनमोहन रेड्डी से पूछ रही है कि वह इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से क्यों नहीं ले रहे हैं। सरकार अभ्यस्त और जानबूझकर काम कर रही है। कुछ पुलिस अधिकारी भी वाईएसआरसीपी पार्टी कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रहे हैं।”
आंध्र प्रदेश एंडोमेंट्स मिनिस्टर वेलमपल्ली श्रीनिवास राव ने इस घटना पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने जिला एसपी से फोन पर बात की और जांच को तेज करने और दोषियों को कड़ी सजा देने का आदेश दिया। मंत्री ने जांच के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को तैनात करने के लिए विशेष आयुक्त को बंदोबस्ती करने का आदेश दिया है। क्षेत्रीय संयुक्त आयुक्त डी भ्रामराम्बा को जांच अधिकारी के रूप में तैनात किया गया है।