टेलिविजन रेटिंग पॉइंट्स यानी टीआरपी घोटाले की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच ने दावा किया है कि रिपब्लिक टेलिविजन के मालिक अर्नब गोस्वामी ने चैनल की टीआरपी बढ़ाने के लिए बार्क के सीईओ को लाखों रुपये दिए थे। पुलिस के मुताबिक, ब्रॉडकास्ट ऑडिएंस रिसर्च काउंसिल यानी बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता साल 2017 से 2018 के बीच अर्नब के सीधे संपर्क में थे और इस दौरान उन्हें विदेशी-भारतीय दोनों ही करेंसी में लाखों रुपये भेजे गए, वह भी मुंबई के अलग-अलग जगहों से।
मुंबई पुलिस ने सोमवार को एक स्थानीय अदालत से कहा कि ब्रॉडकास्ट बार्क के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता ने बार्क के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी और रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी के साथ मिलीभगत कर रिपब्लिक टीवी और इसके हिंदी चैनल के लिए टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (टीआरपी) में धोखाधड़ी की।
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने यहां मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किए गए रिमांड नोट में दासगुप्ता की और हिरासत की मांग की और दावा किया कि कथित टीआरपी घोटाले के वह मुख्य साजिशकर्ता थे ।
पुलिस के मुताबिक, दासगुप्ता और अन्य आरोपियों ने षड्यंत्र कर कथित तौर पर खास समाचार टीवी चैनलों को वित्तीय लाभ पहुंचाने के लिए टीआरपी से छेड़छाड़ की। पुलिस ने दावा किया कि बार्क के पूर्व सीओओ रोमिल रामगढ़िया ने भी कुछ खास समाचार चैनलों के लिए दासगुप्ता के साथ मिलीभगत कर टीआरपी से छेड़छाड़ की।
पुलिस रिमांड नोट में आरोप लगाया गया कि गोस्वामी ने समय-समय पर दासगुप्ता को लाखों रुपये का भुगतान किया। मजिस्ट्रेट ने दासगुप्ता की पुलिस हिरासत 31 दिसंबर तक बढ़ा दी है। फरार चल रहे दासगुप्ता को 24 दिसंबर को पुणे से से गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले के जानकार एक शख्स ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि दासगुप्ता और अर्नब गोस्वामी की पहचान काफी सालों पुरानी है। गोस्वामी ने टीआरपी से छेड़छाड़ के लिए दासगुप्ता की मदद ली। वे दोनों साल 2017 में एक पांच सितारा होटल में मिले थे। अर्नब ने गोस्वामी को स्वीडन और डेनमार्क में हॉलिडे ट्रिप के लिए 6 हजार डॉलर दिए थे। इस पैसे से दासगुप्ता ने कथित तौर पर एक घड़ी और चांदी के गहने खरीदे जिनकी कीमत 2.22 लाख रुपये थी और यह सब पुलिस ने जब्त भी कर लिया है।