ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन से यूपी की दो साल की बच्ची के संक्रमित पाए जाने के बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया है। कोरोना के बदले स्ट्रेन का यूपी में इस पहले मामले के सामने आने के साथ स्वास्थ्य महकमा हाई अलर्ट पर आ गया है।
स्वास्थ विभाग की ओर से पूरे प्रदेश के लिए विभागीय अधिकारियों व पैरामेडिकल स्टाफों के लिए बकायदा एडवाइजरी भी जारी की गई है जिसमें कहा गया है कि वे बदले स्ट्रेन को लेकर पूरी एहतितात बरतें और अस्पतालों को भी हाई अलर्ट पर रखें। नए स्ट्रेन वाले मरीजों को अलग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने की व्यवस्था की जाए। यह भी कहा गया है कि विदेश से लौटे लोगों को 28 दिन तक घर में ही रहने को कहें चाहे उनकी आरटी पीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव क्यों न आई हो। विदेश से लौटे यात्री घर पर भी मास्क लगाकर रहे। परिवार वालों से कम से कम मिले। साथ ही सर्दी जुखाम, बुखार समेत दूसरे लक्षण नजर आने पर संक्रमित व्यक्ति को तत्काल कोविड कंट्रोल सेंटर भेजा जाए।
यह भी निर्देश दिए गए हैं कि विदेश से लौटे सभी यात्रियों की पूरी निगरानी की जाए और उनकी हर हाल में आरटीपीसीआर जांच जरूर कराई जाए। नए स्ट्रेन वाले मरीजों को अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाकर उनमें भर्ती किए जाएं और उनकी सतत निगरानी की जाए। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि संक्रमित व्यक्ति कहीं ब्रिटेम में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन से ग्रसित तो नहीं है इसके लिए उसकी ‘जिनोम सीक्वेंसिंग’ भी जरूर कराई जाए। विभाग ने यह भी निर्देश दिए हैं कि अगर किसी में नए स्ट्रेम का पता चलता है तो तत्काल उसे पूरी तरह से पृथक वार्ड में रखकर इसकी सूचना व विभागीय मुख्यालय व नियंत्रण कक्ष को दें।
लापता लोगों ने बढ़ाई धड़कन
ब्रिटेन से यूपी आए लोगों में से अभी भी 565 लोगों को अब तक नहीं ढ़ूंढ़ा जा सका है। बुधवार को पांच लोगों की पहचान की गई और उनका सैम्पल लेकर जांच के लिए सीएसआईआर दिल्ली भेजा गया। इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने ब्रिटेन से लौटकर आए लोगों का पता लगाने के लिए मंगलवार को कई स्थानों पर पूछताछ की लेकिन उन्हें सफलता हासिल नहीं हो सकी कारण बीते 9 दिसंबर के बाद प्रदेश में आए इन लोगों में से ज्यादातर के मोबाइल या तो स्वीच ऑफ हैं या फिर नॉट रिचैबल लिहाजा इन लोगों से स्वास्थ्य विभाग का सम्पर्क नहीं हो पा रहा है।
विदित हो कि 9 दिसंबर के बाद यूपी आए 1655 लोगों में से अब तक मात्र 1090 लोगों को ही ढ़ू़ढ़ा जा सका है। इन सब की आरटीपीसीआर जांच में 10 लोग पाजिटिव मिल चुके हैं। इनमें से आठ यूपी में तथा दो दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती हैं। स्वास्थ्य विभागकी ओर से कहा गया है कि चिन्हित हर व्यक्ति की जांच हर हाल में कराई जाए और जांच में संक्रमित पाए जाने पर उस व्यक्ति को हर हाल में अस्पताल में भर्ती कराया जाए।
अधिकारियों की माने तो विभाग ने जिलों को चिन्हित करके वहां के सीएमओ को टीम गठित करने और चिन्हित पते पर जाकर सम्बन्धित व्यक्ति की जांच करने के निर्देश दे दिए गए हैं। यह भी कहा गया है कि इस कार्य में किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न बरती जाए। विभाग ने इस बात के निर्देश दिए हैं कि अगर किसी में नए स्ट्रेम का पता चलता है तो तत्काल उसे पूरी तरह से पृथक वार्ड में रखकर इसकी सूचना व विभागीय मुख्यालय व नियंत्रण कक्ष को दें।