बिहार के भभुआ में प्रेम प्रसंग के चलते युवक ने खुद के साथ मारपीट और लड़की के परिवार की ओर से पंचायत में जबरन थूक चाटने के लिए मजबूर किए जाने के बाद खुदकुशी कर ली। घटना सोमवार की रात को चैनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत हाटा बाजार की है। मृतक 22 वर्षीय शिवशंकर गुप्ता हाटा गांव के राजेश कुमार गुप्ता का बेटा था। शव उनके घर के एक कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने बताया कि यह घटना एक लड़की के साथ उसके प्रेम संबंध से जुड़ी थी।
मृतक के पिता ने दावा किया कि पंचायत में कुछ लोगों के बीच थूक चटवाने और मारपीट की घटना के बाद उसके बेटे ने खुदकुशी की है। हालांकि इस आशय का केस अभी तक नहीं हो सका है। घटना की सूचना पर पहुंचे चैनपुर थानाध्यक्ष उदय भानू सिंह ने युवक के शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
मृत युवक के पिता ने सदर अस्पताल में पुलिस को बताया कि रविवार की रात नौ बजे उनका बेटा शिवशंकर खाना खाकर अपने कमरे का दरवाजा लगाकर सो गया। सोमवार की सुबह उनका छोटा बेटा राजन कुमार कोचिंग करने जाने के लिए कॉपी लेने शिवशंकर के कमरे में गया। जब राजन कमरे में गया तो देखा की उसका बड़ा भाई शिव शंकर सिलिंग फैन से लटक रहा था। परिजनों पंखे से लटक रहे शिवशंकर को तत्काल हाटा में ही एक प्राइवेट डाक्टर के यहां लेकर गए। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
प्रेमिका ने शिवशंकर से छीना मोबाइल
मृत युवक शिवशंकर के पिता ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा जिस लड़की से प्रेम करता था, वह उससे चार हजार रुपयों की मांग कर रही थी। चार हजार रुपया नहीं देने पर लड़की ने उसके बेटे से मोबाइल छिनकर ले गई। 24 दिसंबर को उसका बेटा अपना मोबाइल मांगने के लिए लड़की के घर गया। उसी समय लड़की के पिता और उसके तीनों भाइयों ने शिवशंकर के साथ बुरी तरह से मारपीट की। इस घटना के बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया तो आसपास के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने समझौता कराने का प्रयास किया।
समझौता में थूक चटवाने का पिता का आरोप
मृत युवक के पिता राजेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि जब सामाजिक कार्यकर्ताओं ने समझौता के लिए दोनों पक्षों को बुलाया और बातचीत शुरू हुई। इसी बीच लड़के से माफी मंगवाते हुए थूक भी चटवाया गया। मृतक के पिता ने बताया कि समाज में थूक चटवाने और लड़की के परिजनों द्वारा मारपीट किए जाने से प्रताड़ित होकर उसके बेटे शिवशंकर ने खुदकुशी की है। पिता ने आरोप लगाया कि लड़की, उसके माता-पिता और पंचायत के दो अन्य लोग उसके बेटे की हत्या के लिए जिम्मेदार थे। हालांकि समाचार लिखे जाने तक इस आशय की एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी है। इस बावत पूछे जाने पर चैनपुर थानाध्यक्ष उदय भानू सिंह ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज करने के लिए अभी तक पीड़ित परिजनों द्वारा थाने में आवेदन नहीं दिया गया है। आवेदन प्राप्त होने ही एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।