नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों के आंदोलन को 31वां दिन है, लेकिन किसानों और सरकार के बीच गतिरोध अब भी दूर होता नहीं दिख रहा है। किसान दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डरों पर डेरा डालकर बैठे हैं। हालांकि, शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि सरकार खुले मन से किसानों के साथ वार्ता के लिए तैयार है, लेकिन वार्ता से पहले तीनों कानूनों को रद्द किए जाने की मांग पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं।
किसानों ने सरकार से जल्द उनकी मांगें मानने की अपील की है। किसानों का कहना है कि जब तक कानून रद्द नहीं किए जाते वह वापस नहीं लौटेंगे। ज्ञात हो कि केन्द्र सरकार सितम्बर में पारित किए तीन नए कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।
LIVE UPDATES :-
– गाजियाबाद : किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए आ रहे जिन किसानों को रास्ते में रोका हुआ था वे किसान शुक्रवार देर रात यूपी गेट पहुंच गए हैं। जगह-जगह रोके जाने की जानकारी यूपी गेट पर किसानों को मिल रही है इससे नाराज होकर रास्ता रोका गया है।
– गाजियाबाद : यूपी गेट पर आज फिर किसानों की भारी भीड़ जमा हो गई है। लगातार पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड से किसानों के जत्थे दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों ने दिल्ली से आने वाली लेन बंद करने के साथ ही एक्सप्रेस-वे की लिंक रोड भी रोक दी है।
– दिल्ली : बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। भारतीय किसान यूनियन के बिंदर सिंह गोलेवाला ने बताया कि हमें यहां आज पूरा एक महीना हो गया है। सरकार इन कानूनों को रद्द कर दे और हम वापस चले जाएंगे।