किसान दिवस पर किसानों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर हवन किया। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार 28 वें दिन भी जारी है। किसानों ने कानूनों के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है।
दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाले सिंधु बॉर्डर पर डटे किसानों का नेतृत्व कर रहे किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने बताया कि मंगलवार शाम पंजाब के 32 किसान संगठनों की बैठक हुई और उसमें यह फैसला लिया गया है कि केंद्र सरकार की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव पर आज की बैठक में फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 26 जनवरी को भारत आने वाले हैं। हम ब्रिटिश सांसदों को लिख रहे हैं कि वे ब्रिटेन के पीएम को भारत आने से तब तक के लिए रोक दें, जब तक कि किसानों की मांगें भारत सरकार से पूरी नहीं हो जातीं। किसानों ने सरकार से जल्द उनकी मांगें मानने की अपील की है। वहीं सरकार की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि कानून वापस नहीं होगा, लेकिन संशोधन संभव है।उधर, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश टिकैट ने कहा कि आज चौधरी चरण सिंह जी का जन्मदिन पर हम बढ़िया उत्सव मनाएंगे। सरकार की तरफ से अभी कोई प्रस्ताव नहीं आया है। भारतीय किसान यूनियन के ही हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा कि 23 तारीख को हम एक टाइम का खाना नहीं खाएंगे। 26 और 27 तारीख़ को दूतावासों के बाहर हमारे लोग प्रदर्शन करेंगे। 27 तारीख को प्रधानमंत्री ने जो मन की बात का कार्यक्रम रखा है उसका हम थालियां बजाकर विरोध करेंगे।