देशभर में हाथरस को सुर्खियों में लाने वाले चंदपा कोतवाली के गांव बूलगढ़ी के कांड में सीबीआई ने सच उजागर करने को छोटी से छोटी चीज को सबूत के तौर पर जुटाया है। परत दर परत उजागर करने के लिए सीबीआई ने पांच साल की मासूम बच्ची से भी दो बार पूछताछ की थी। हालांकि अब इस सनसनीखेज मामले की चार्जशीट को सीबीआई कोर्ट में दाखिल कर चुकी है।
14 सितंबर को बाजरा के खेत में सुबह साढ़े नौ बजे क्या हुआ। इस बात का पता लगाने के लिए देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआईको लगाया गया। सीबीआई ने अपनी 69 दिन की सघन पड़ताल में हर एंगल से साक्ष्य जुटाए। इस मामले से जरा सा भी जुड़े रहे एक भी व्यक्ति को सीबीआई ने बिन पूछताछ के नहीं छोड़ा। घटना की सही जानकारी हो।
दोषियों को सजा हो, लिहाजा पीड़िता के बड़े भाई की पांच साल की बेटी से भी सीबीआई ने पूछताछ की। घटना वाले दिन बच्ची गांव में अपने घर में ही थी। जब बेटी की मौत हो गई तो बच्ची को उसके एक रिश्तेदार के घर फिरोजाबाद भेज दिया गया। अभी कुछ दिन पहले ही बच्ची अपने घर लौटी है। इस बीच सीबीआई जांच हुई। परिवार के सदस्यों के बारे में जांच एजेंसी ने पता किया। इसके बाद परिवार की नन्हीं सदस्य से पूछताछ करने टीम फिरोजाबाद गई।
पीड़िता के पिता व भाई ने सोमवार को बताया कि बेटी ने वही बताया जो घर पर हुआ था। बच्ची ने सीबीआई टीम को बताया कि कोई बुलाने आया था। उसके बाद उसके पिता (पीड़िता का भाई) चला गया। दरअसल छोटू नाम का युवक पीड़िता के भाई को जब घर बुलाने पहुंचा था तो उसने इसी पांच साल की बच्ची से पूछा था कि उसके पिता कहां हैं। पीड़िता के पिता ने बताया कि छोटी बच्ची का उनकी बेटी ध्यान रखती थी। दिन भर बच्चों के साथ खेलती थी।