कोरोना वायरस के चलते महाराष्ट्र में अगले छह महीने तक मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। यह घोषणा रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने की। उद्धव आरे, कोरोना वायरस, मेट्रो शेड आदि मुद्दे पर संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि एक्सपर्ट्स नाइट कर्फ्यू लगाने के पक्ष में हैं, लेकिन वे इससे सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना की स्थिति कंट्रोल में है। हालांकि, पूरी तरीके से नहीं।
महाराष्ट्र में शनिवार को 3,940 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। यह देश में शनिवार को सामने आए नए मामलों में दूसरे स्थान पर है। वहीं, महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस की स्थिति में काफी तेजी से सुधार आया है। हालांकि, अभी भी हालात पूरी तरह से सुधरे नहीं हैं। नवंबर में राज्य सरकार ने अधिकारियों को एक पत्र जारी किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि सुधार के बाद भी अधिकारी कोई लापरवाही न बरतें और टेस्टिंग में कमी न लाएं। आशंका है कि महाराष्ट्र में जनवरी-फरवरी में कोरोना वायरस की दूसरी लहर आ सकती है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि जिस तरीके की दूसरी लहर ब्रिटेन और यूरोप के अन्य देशों में आई है, उस तरह की भारत में आने की आशंकाएं कम हैं।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, ”रोकथाम इलाज से बेहतर है। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना कम से कम छह महीने के लिए एक आदत बना लेनी चाहिए।” महा विकास अघाड़ी सरकार के पहले एक साल को लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा कि 28 नवंबर को राज्य सरकार ने अपना पहला साल पूरा कर लिया। कई लोगों को उम्मीद थी कि यह सरकार गिर जाएगी, लेकिन सरकार ने न सिर्फ अपना पहला साल पूरा किया, बल्कि सबसे कठिन स्थिति का भी सामना किया।