दिल्ली की सीमाओं पर केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। कानूनों का विरोध करते हुए दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक महेंद्र गोयल ने गुरुवार को कृषि कानूनों की कॉपी फाड़ दी। वहीं, दिल्ली के एक अन्य आम आदमी पार्टी विधायक संजीव झा ने कहा कि आज देखेंगे कि दिल्ली पृथ्वीराज चौहान के साथ है या फिर जयचंदों के साथ है। मालूम हो कि दिल्ली सरकार ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम में हुए कथित घोटाले को लेकर एक दिन का विशेष सत्र बुलाया है।
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी विधानसभा पहुंचे। वहीं, विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायक महेंद्र गोयल ने कहा कि कृषि बिल को निरस्त कर फाड़कर फेंक देना चाहिए। इसी दौरान, उन्होंने दिल्ली विधानसभा में केंद्रीय कृषि कानूनों की प्रति को फाड़ दिया।
विधानसभा सत्र के दौरान आम आदमी पार्टी के बुराड़ी से विधायक संजीव झा ने कहा कि ये बहुत खतरनाक कानून हैं। इसके जरिए से किसानों से किसानी छिनी जा रही है। उन्होंने कहा, ”आप कानून थोप रहे हैं। आखिर सरकार की कौन सी मजबूरी थी कि कोरोना के समय मे ऑर्डिनेंस लाकर बिला पास करना पड़ा। आज जरूरत पड़ेगी सरकार को तो संविधान को ताक पर रखकर आपके कानूनी अधिकार को छीन लिया जायेगा।”
संजीव झा ने कहा कि 6 दौर की वार्ता में किसानों को समझाने की कोशिश की जा रही कि क्या फायदे हैं। किसान सब समझता है कि उसका फायदा कहां है। आज देखना है कि हम सब लोग, यह सदन, यह देश और दिल्ली पृथ्वीराज चौहान के साथ या जयचंद के साथ।
लगाया जय जवान-जय किसान का नारा
विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायक कृषि कानूनों का विरोध करते हुए नजर आए। सदन में किसानों के समर्थन में नारेबाजी भी हुई। आप विधायक महेंद्र गोयल ने ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा लगाते हुए किसानों का समर्थन किया। मालूम हो कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करते आ रहे हैं।
एमसीडी में हेराफेरी पर चर्चा को बुलाया विशेष सत्र
आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम में हुई 2400 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी पर चर्चा के लिए गुरुवार को दिल्ली विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया है। बीते कई दिनों से बीजेपी नेता धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली के तीनों महापौर और बीजेपी के निगम पार्षद दिल्ली सरकार से 13,000 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान करने की मांग कर रहे हैं। इसके जवाब में, आम आदमी पार्टी ने बीजेपी शासित नगर निगमों पर हजारों करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। ‘आप’ का कहना है कि भाजपा अपना भ्रष्टाचार छुपाने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रही है, लेकिन वह दिल्लीवालों के सामने उनकी सच्चाई लाकर रहेगी।