प्रोफेसर कुसुम वर्मा कमेटी को लागू करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की एम्स नर्स यूनियन के बैनर तले सभी नर्स कर्मचारी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। इस संबंध में यूनियन के अध्यक्ष हरीश कुमार काजला ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री व एम्स प्रशासन के साथ पहले हुई बैठकों में हमारी कई मांग मान ली गई थी, लेकिन अब उन्हें भी मानने से मना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एम्स प्रशासन ने उन सभी मांगों को रद्द करने की तैयारी कर ली जिसे हम स्वीकार नहीं करते। उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर रहेंगे।
ये हैं प्रमुख मांगे
छठा वेतन आयोग लागू करने, ईएसआई सुविधाओं में बदलाव, नर्सिंग आफिसर की नियुक्ति में 80-20 जेडर आरक्षण के विरोध, प्रोफेसर कुसुम कमेटी की सिफारिशों को लागू करने, नर्सिंग की सुविधाओं में विस्तार करने, कैडर में सुधार करना, न्यू पेंशन स्कीम को लागू करना सहित अन्य मांगों को लेकर एम्स प्रशासन को पहले ही नोटिस दे चुका है। इस नोटिस में स्पष्ट कर दिया था कि वह 16 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन कालीन हड़ताल पर जाएंगे।
खत्म करें हड़ताल – एम्स निदेशक
एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने वीडियो जारी कर एसोसिएशन से हड़ताल खत्म करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान हमारे स्टाफ दिन रात काम कर रहें हैं। इस महामारी में कोई भी हड़ताल पर नहीं जाएगा। इस समय उनकी बहुत जरूरत है। उन्होंने कहा कि नर्सों की मांग पर कई दौर की बैठक हो चुकी है। अभी पूरे देश में कोरोना महामारी का असर है। ऐसे में कई लोगों की नौकरी तक जा रही है। ऐसे में वेतन बढ़ोत्तरी की मांग उचित नहीं है। उन्होंने अपील की कि अगले 4-5 माह वैक्सीन आने तक बड़े महत्वपूर्ण हैं। हमें सेवा को नहीं छोड़ना चाहिए।
5 हजार नर्स कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से मरीज परेशान
सोमवार दोपहर को अचानक अस्पताल के 5 हजार नर्स कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल की सुविधाएं बुरी तरह प्रभावित हो गयी हैं। वार्ड में काम करने वाले एक डॉक्टर ने बताया कि नर्स कर्मचारियों के जाने से दवा देने से लेकर फ्लूइड चढ़ाने, मरीज का रिकॉर्ड रखने जैसे काम नर्स कर्मचारी करते हैं। सर्जरी में भी वे काफी महत्वपूर्ण बढाते हैं। ऐसे में हड़ताल से मरीज परेशान हैं। इमरजेंसी में भी मरीजों की भर्ती पर रोक लग सकती है।
एम्स ने स्थिति से निपटने के लिए संविदा पर नर्सिंग कर्मियों की भर्ती शुरू की
एम्स प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक संस्थान ने नर्स कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए सोमवार से ही संविदा पर नर्स कर्मचारियों की नियुक्ति शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार को लगभग 170 नर्स कर्मचारियों को को एक निजी कम्पनी के जरिए संविदा कर्मियों पर काम के लिए रखा गया है। इससे भी एम्स में हड़ताल पर गए नर्स कर्मचारियों में रोष पैदा हो गया है।
इसके अलावा ये इंतजाम किये
- लेबर रूम में अतिरिक्त टेक्निकल स्टाफ और रेजिडेंट डॉक्टरों को लगाया जाएगा
- काम के लिए इच्छुक नर्स कर्मचारियों को सुरक्षा गार्ड सुरक्षा उपलब्ध कराएंगे
- इमरजेंसी सेवा बाधित रहेगी ताकि अधिक मरीजों का भर न आए