कोरोना की वैक्सीन दिसंबर के अंत तक सबसे पहले दिल्ली के राजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल तक पहुंच जाएगी। कोरोना के अलग अलग टीके को सुरक्षित रखने के लिए 2 डिग्री से लेकर -70 डिग्री सेल्सियस के तापमान को जरूरत होगी। इसके लिए दिल्ली सरकार के रजीव गांधी सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में एक तीन मंजिला इमारत में कोल्ड स्टोरेज चेन तैयार की जा रही हैं। यहां से राजधानी दिल्ली के 630 अलग अलग कोल्ड स्टोरेज वाले स्थानों तक कोरोना वैक्सीन को ले जाया जाएगा। स्वास्थय विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है।
राजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर बीएल शेरवाल के मुताबिक राजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में एक तीन मंजिला इमारत को वैक्सीन डोज के लिए राष्ट्रीय राजधानी के प्राथमिक कोल्ड स्टोरेज सुविधा के रूप में तैयार किया जा रहा। यहां से, उन्हें पूरे शहर में 630 कोल्ड स्टोरेज पॉइंट पर ले जाया जाएगा। डॉक्टर बीएल शेरवाल ने बताया कि अभी इमारत में इलेक्ट्रिकल और सिविल काम किया जा रहा है। यहां के गलियारे और दरवाजों को चौड़ा किया जा रहा है, ताकि बड़े आकर के डीप फ्रीजर को कमरों में आसानी से लाया जा सके। इसके अलावा इमारत में केंद्रीय एयर कंडीशनिंग बनाने के लिए इलेक्ट्रिकल वर्क किया जा रहा है।
दरअसल, फार्मा कंपनी पी फाइजर केई कोविड वैक्सीन को -70 डिग्री सेल्सियस पर सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। वहीं एस्ट्राज़ेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा किए गए टीके के लिए दो और आठ डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान की आवश्यकता होती है। इस वजह से सभी तरह के फ्रीज़र को रखने की तैयारी हो रही क्योंकि विभिन्न टीकों को अलग-अलग तापमानों की आवश्यकता होती है। केंद्र सरकार इन फ्रीजर की आपूर्ति राज्य सरकार को करेगी। दिसंबर के आखिरी सप्ताह तक वैक्सीन अस्पताल के कोल्ड स्टोरेज में पहुंच सकती है।
एयरपोर्ट पर भी वैक्सीन के रखने की तैयारियां
एक स्वास्थ्य अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट को भी वैक्सीन को कम तापमान में सुरक्षित रखने के लिए तैयार किया जा रहा है। एयरपोर्ट पर वस्तु को –20 डिग्री से लेकर 25 डिग्री सेल्सियस तक तापमान में रखने के लिए विशेष चैंबर बने हुए हैं। कोरोना वैक्सीन के वितरण में यह काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
मोबाइल ऐप की मदद से होगा टीकाकरण
कोरोना की वैक्सीन की उपलब्धता और वैक्सीन लगने वालों का डेटा रखने के लिए केंद्र सरकार एक मोबाइल एप भी तैयार कर रही है। कोविन-20 एप वैक्सीन कार्यक्रम पर नजर रखेगा और भारतीय नागरिकों को वैक्सीन की खुराक के लिए आवेदन की अनुमति देनी होगी। यह एप यह भी जानकारी रखेगा की किस कोल्ड स्टोरेज स्थान पर वैक्सीन की कितनी डोज मौजूद हैं। इसके अलावा यह भी डेटा रखेगा की किसी व्यक्ति को वैक्सीन के कितने शॉट लग चुके हैं और कितने बाकी हैं। एप यह भी बताएगा कि किसी व्यक्ति को अगला शॉट कब लगना है। इसकी सूचना भी उसे एप से पहले ही दे दी जाएगी।
दिल्ली में सबसे पहले दो लाख लोगों को लगेगी वैक्सीन, अस्पतालों ने स्वास्थ्यकर्मियों के नाम के साथ सूची भेजी
दिल्ली सरकार के मुताबिक दिल्ली में सबसे पहले लगभग दो लाख सरकारी और निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मचारियों को पहले चरण में टीका लगाया जाएगा। इनमें मेडिकल, पैरामेडिकल, स्वच्छता, सुरक्षा और एलोपैथिक, दंत चिकित्सा और आयुष सुविधाओं के मंत्रालय के प्रशासनिक कर्मचारी शामिल हैं। इनके अलावा डायग्नोस्टिक लैब्स रेडियोलॉजी केंद्रों और फिजियोथेरेपी क्लीनिकों के स्टाफ सदस्यों को भी शामिल किया गया है। दिल्ली के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल लोकनायक से लगभग 3900 नाम भेजे गए हैं, जिनमें डॉक्टरों से लेकर सुरक्षा गार्ड तक शामिल हैं।
इन प्रमुख अस्पतालों में वैक्सीन सुरक्षित रखने की सुविधा होगी
-एम्स, दिल्ली
-रजीव गांधी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल
-लोकनायक अस्पताल
-सफदरजंग अस्पताल
-राम मनोहर लोहिया अस्पताल
-कस्तूरबा गांधी अस्पताल
-गुरु तेग बहादुर अस्पताल
-लेडी हॉर्डिंग मेडिकल कॉलेज