दिल्ली के सफदरजंग इलाके में थप्पड़ मारने के बाद शुरू हुए झगड़े आठ लोगों ने मिलकर दो सगे भाइयों और उनके दोस्त को चाकू से गोद दिया। वारदात आठ दिसम्बर की रात को सफदरजंग अस्पताल के पीछे की सडक पर हुई। घायलों में राकेश, मुकेश और नीरज शामिल थे। लेकिन गुरुवार को सफदरजंग अस्पताल में नीरज की मौत हो गई। आरोपियों ने नीरज पर 24 बार चाकू से वार किया था। सफदरजंग एंक्लेव थाना पुलिस ने नीरज के शव का पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने मामले में हत्या, हत्या का प्रयास की धाराओं में केस दर्ज कर नाबालिग सहित तीन आरोपियों को दबोच लिया है। बाकि के आरोपियों की तलाश में छापेमारी चल रही है।
पुलिस उपायुक्त इंगित प्रताप सिंह ने बताया मृतक 24 वर्षीय नीरज अपने परिवार के साथ निजाम्मुद्दीन इलाके में रहता था। जबकि 27 वर्षीय मुकेश और 23 वर्षीय राकेश कोटला मुबारकपुर इलाके में रहते है। पुलिस को दिए बयान में राकेश ने बताया कि उसका भाई मुकेश सफदरजंग अस्पताल में सफाई कर्मीचारी का काम करता है। 8 दिसम्बर को मुकेश सुबह की शिफ्ट थी। शाम चार बजे काम खत्म कर वह अपने दोस्त नीरज के साथ घर के लिए निकला था। इसी दौरान अस्पताल के पीछे उसका झगड़ा हो गया।
मुकेश ने राकेश को फोन कर बताया कि उसका झगड़ा हो गया हो गया है, वह मदद के लिए आ जाए। राकेश अपने दोस्त अमित के साथ मदद के लिए पहुंचा। जहां राकेश, अमित, मुकेश और नीरज आरोपियों से बात करने के लिए जाने लगे तो उन्होंने देखा कि करीब 8 लोग उनकी ओर चाकू लेकर आ रहे हैं। राकेश, अमित, मुकेश और नीरज आरोपियों को वापस भागने लगे। लेकिन आरोपियों ने मुकेश और नीरज को पकड़ लिया और उन पर चाकू से हमला कर दिया। अपने भाई को फंसे देख मुकेश रूक गया और अमित भाग गया। आरोपियों ने तीनों पर जमकर चाकू से वार किए और फरार हो गए।
आरोपियों के भागने के बाद राहगिर ने मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया। जहां तीनों का उपचार शुरू हुआ। लेकिन नीरज ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि मुकेश की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने राकेश के बयान पर केस दर्ज कर दो आरोपियों कृष्णा व रवि और एक नाबालिग को दबोच लिया।