आगरा में लोक निर्माण विभाग की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने आए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को किसान आंदोलन में विपक्ष की भूमिका पर जमकर प्रहार किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव धनिया और गाजर की पत्ती का अंतर नहीं बता सकते हैं, वे किसानों की बात क्या करेंगे।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जो किसानों के जन्मजात विरोधी हैं वे किसानों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए किसानों को गुमराह कर रहे हैं। फोटो सेशन के लिए चार वर्ष बाद अखिलेश यादव बाहर निकले हैं। पहले ही पंचर हो चुकी उनकी साइकिल 2022 के चुनाव में पूरी तरह से टूट जाएगी। सपा सरकार में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे बनाया गया। ठीक है विकास के लिए सड़कों का होना जरूरी है। हम भी गंगा एक्सप्रेस वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बना रहे हैं, लेकिन एक्सप्रेसवे बनाते समय अखिलेश ने किसानों का ध्यान नहीं रखा। इसी का नतीजा कि लखनऊ से आगरा तक सपा का कोई प्रत्याशी नहीं जीता। जनता ने इनका रास्ता 2014 में बंद कर दिया था। अब 2022 तक तो बंद ही रहेगा। इसलिए किसानों के बीच से रास्ता निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार में किसानों का अहित नहीं हो सकता है। मोदी और योगी सरकार विकास, गरीब, किसान के उत्थान के मुद्दे पर कभी पीछे नहीं हटेगी। प्रधानमंत्री विश्व के शक्तिशाली नेता हैं। इसलिए लोग उनके साथ फोटो खिंचवाने में गौरव का अनुभव करते हैं। केशव मौर्य यहीं नहीं रुके। उन्होंने कानून व्यवस्था की बात करते हुए कहा कि सपा सरकार में माफिया और अपराधियों की वजह से कारोबारी पलायन कर रहे थे या पलायन की सोचने लगे थे। जब से योगी सरकार आई है अपराधी पलायन कर रहे हैं, कारोबारी या नागरिक नहीं।