थाना सेक्टर-58 पुलिस ने रविवार रात पेपर सॉल्वर गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। इनमें एक आरोपी कोचिंग सेंटर संचालक और दूसरा ऑनलाइन एग्जाम दिलाने वाला सेंटर चलाता है। पकड़े गए आरोपी सॉल्वर दिनेश चौधरी के संपर्क में थे। दिनेश चौधरी के मोबाइल फोन से इनके फोटो और चेट पुलिस को मिली थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई की। पुलिस इनके चार अन्य साथियों की तलाश कर रही है। पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल फोन से पुलिस को 145 कैंडिटेट के एडमिट कार्ड और अन्य दस्तावेज मिले हैं।
डीसीपी नोएडा जोन राजेश एस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान वजीर सांगवान निवासी धिकाडा जिला चरखी दादरी हरियाणा और पवन यादव निवासी साध नगर पालम कॉलोनी नई दिल्ली के रूप में हुई। वजीर सांगवान चरखी दादरी में सरकारी नौकरी की तैयारी कराने के नाम पर विवेकानंद कोचिंग सेंटर चलाता है। पवन यादव दिल्ली के ओल्ड पालम रोड ककरोला नजफगढ़ में एसआरए ऑनलाइन एग्जाम सेंटर चलाता है।
पुलिस के अनुसार वजीर सांगवान व उसका एक साथी अपने कोचिंग सेंटर में इंडियन एयर फोर्स, इंडियन नेवी, इंडियन आर्मी, दिल्ली पुलिस, हरियाणा पुलिस, इंडियन रेलवे, सीआईएसफ व विभिन्न एग्जाम की कोचिंग कराते हैं। बताया गया है कि आरोपी कोचिंग में तैयारी करने वाले कैंडिटेट के स्थान पर सॉल्वर बैठाकर उनके एग्जाम दिलवाते हैं। इसकी एवज में कोचिंग लेने वाले लोगों से 10 से 12 लाख रुपये लेते थे। आरोपी 50 फीसदी रकम एडवांस के तौर पर लेते थे और बाकी पेपर क्लीयर होने पर लेते थे। इस मामले में पुलिस अभी तक 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस इनसे पूछताछ करने में जुटी है और फरार चल रहे गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।
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आरोपियों के पकड़े जाने पर मोबाइल तोड़ दिया था
एसीपी सेकंड रजनीश वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए ऑनलाइन एग्जाम सेंटर संचालक पवन यादव को जब सदस्यों के गिरफ्तार होने की सूचना मिली तो उसने अपना मोबाइल फोन तोड़ कर फेंक दिया था। मोबाइल इसलिए तोड़ा था जिससे पुलिस को कोई भी सबूत न मिले। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उसने एमटीएस में अपनी खुद की नौकरी लगवाने के लिए वर्ष 2018 में गैंग सरगना इनकम टैक्स इंस्पेक्टर रवि कुमार से संपर्क किया था।
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जिन लोगों के एडमिट कार्ड मिले, उन्हें भी पुलिस नोटिस भेजेगी
डीसीपी राजेश ने बताया कि जिन लोगों के एडमिट कार्ड आरोपियों से बरामद हुए हैं। पुलिस उनकी जांच करेगी। इसके बाद उन लोगों को नोटिस जारी करेगी। इसके अलावा कुछ ऐसे भी लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनकी नौकरी लग चुकी है। अभी उनका मेडिकल टेस्ट नहीं हुआ है। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अभी सर्विस में हैं। पुलिस जांच के बाद इन सभी को नोटिस जारी करेगी।