सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के संघर्ष को अपना समर्थन देने का ऐलान किया। वरिष्ठ अधिवक्ता एच एस फूलका ने बताया कि एसोसिएशन के अध्यक्ष दुष्यंत दवे ने किसानों के प्रतिनिधि गुरनाम सिंह चडूनी (हरियाणा के किसान नेता), बलदेव सिंह सिरसा (किसान नेता), रणजीत सिंह राजू (राजस्थान के किसान नेता) के साथ की बैठक की और किसानों का समर्थन करने का ऐलान किया। दवे ने यह भी कहा कि वह किसी भी प्रकार की कानूनी मदद तथा किसानों के मामले मुफ़्त में लड़ने के लिए तैयार हैं।
फूलका ने पंजाब बार काउंसिल से कहा कि दिल्ली बार काउंसिल ने पहले ही किसानों की मदद के लिए पूरी तरह ऐलान कर दिया है तथा प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख कर तीनों किसान विरोधी बिलों को वापस लेने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि पंजाब बार काउंसिल ने न तो किसानों की मदद में अपील की है और न ही कानूनों को वापस लेने के लिए कोई चिट्ठी लिखी है।
उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश के कारण दिल्ली बार काउंसिल के सदस्यों को किसान संघर्ष समिति के प्रतिनिधि बलदेव सिंह सिरसा बुधवार को दिल्ली बार काउंसिल के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष से बैठक के दौरान मिलने आए थे और इसमें दिल्ली की सभी बार काउंसिलों की समन्वय समिति के अध्यक्ष श्री संजीव नसियार भी मौजूद थे।
फूलका ने पंजाब बार काउंसिल को विनती की है कि वह तुरंत अपनी आपात बैठक बुला कर इन किसानों का समर्थन करें और प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार को चिट्ठी लिख कर तीनों किसान विरोधी विधेयक को वापस लेने की मांग करें।