कौन बनेगा करोड़पति में 50 लाख रुपए जीतने वाले तेज बहादुर सिंह ने घर के खर्चे चलाने के लिए खेती से थकने के बाद पेनकिलर खाकर अपनी पढ़ाई की। हिन्दुस्तान से बातचीत में बताया कि इन पैसों से वह मां के गिरवीं रखे कुंडल छुड़वाएगा, रहने के लिए घर बनवाएगा और छोटे भाई व अपनी पड़ाई में पैसे लगाएगा। तेज बहादुर का छात्र जीवन बेहद संघर्षपूर्ण रहा है। तंगहाली और गरीबी से उबरने के लिए उसे शिक्षा सबसे बड़ा जरिया दिख रहा है।
बरेली के बहेड़ी क्षेत्र के गांव वसुधरन निवासी किसान के बेटे तेज बहादुर ने बताया कि बरसात होने पर उसके घर में पानी भर जाता है और परिवार को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। कोविड-19 के कारण पिता की प्राइवेट नौकरी चली गई। इसके बाद तेज बहादुर ने और ज्यादा मेहनत करना शुरू कर दी। पढ़ाई के लिए पैसे की कमी आई तो उसने खेतो में जाकर मजदूरी भी की। जब वह थक जाता था तो पेनकिलर खाकर अपनी पढ़ाई करता था।
मई से उसने केबीसी में जाने की तैयारी शुरू कर दी और टीवी पर दिखाए जाने वाले सवालों के जवाब देने पर उसके पास केबीसी से फोन आया। फोन पर उससे तीन सवाल पूछे गए और सही जवाब देने के बाद 6 हजार लोगों में उसे चुन लिया गया। सोनी लिव इन पर उसका ऑडिशन हुआ। फिर वीडियो कॉल के जरिए छह सवाल पूछे गए और परिवार की स्थिति के बारे में पूछा गया।
सही जवाब देने के बाद 20-20 सवालों के टेस्ट लिए गए। इसके बाद उसे कॉल आई कि उसे मुंबई आना है। केबीसी से ही उसका टिकट और रहने व खाने-पीने की सुविधा उपलब्ध करा दी गई। तेज बहादुर का कहना है कि उसके मकान में बिजली का कनेक्शन तक नही है और बिजली के लिए पिता ने सोलर पैनल लगा रखा है। उसका सपना आईपीएस बनना है और आईपीएस बनने के बाद गांव में इंटर कॉलेज का निर्माण कराना है ताकि तंगी के चलते कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न होने पाए।