जेई रामभवन ने बच्चों को किन ‘काली कोठरियों’ में शिकार बनाया? किन-किन विदेशी पोर्न साइटों को वीडियो बेचें? बच्चे कौन हैं? आदि सवालों के जवाब जल्द सामने होंगे। सीबीआई ने इन सावलों को खोजने के लिए वीडियो को सहारा बनाया है। सूत्रों की मानें तो कई बच्चों को सीबीआई ने चिन्हित कर लिया है। पूछताछ के दौरान बच्चों ने जेई के कारनामे भी बताए। सीबीआई ने कुछ ‘काली कोठरियां’ भी चिन्हित कर ली हैं, जहां वीडियो बनाए गए हैं। यह पूरे केस का अहम साक्ष्य होगा।
बच्चों से कराया गया आमना-सामना
चाइल्ड पोर्नोग्राफी और 50 से ज्यादा बच्चों के साथ हैवानियत में फंसे जेई रामभवन से सीबीआई ने शुक्रवार देर रात तक पूछताछ की। सीबीआई की एक टीम बांदा से पूछताछ के लिए जेई के नजदीकी परिवारों के बच्चों को लेकर गेस्ट हाउस आई। यहां पर जेई से आमना-सामना कराया और उसके व्यवहार के बारे में पूछताछ की।
गरीबी का फायदा उठाकर फंसाया
जेई ने गरीबी का फायदा उठाकर कई बच्चों को अपने जाल में फंसाया। अधिकांश उसके करीबी परिवारों से जुड़े हैं। ऐसे कुछ बच्चे बांदा के रहने वाले हैं, जिनको सीबीआई ने शुक्रवार शाम लाकर पूछताछ की। इनसे पूछताछ में काफी साक्ष्य मिले हैं, हालांकि कुछ ने डर के मारे मुंह नहीं खोला। जेई ने अपने घर पर रिश्ते के एक भतीजे को रखा था। उसकी पढ़ाई-लिखाई आदि का खर्च भी उठाता था। इससे भी सीबीआई ने लंबी पूछताछ की।
जेई अंकल! पबजी खिलाने के बहाने बुलाते थे
सीबीआई ने जेई रामभवन के घर पर आने-जाने वाले हर शख्स को अपने रडार पर रखा है। सभी से अलग-अलग पूछताछ हो रही है। उसके घर पर आने-जाने वाले मोहल्ले के करीब आधा दर्जन बच्चों और उनके परिजनों को भी बुलाकर पूछताछ की गई। कई बच्चों ने कहा, जेई अंकल की वजह से पबजी की लत पड़ी। वह अपने फोन पर पबजी खिलाते थे।
गेस्ट हाउस में मोहल्ले के छह-सात बच्चों को लेकर उनके परिजन सीबीआई के बुलावे पर पहुंचे। एक-एक बच्चे से बंद कमरे में अलग-अलग पूछताछ की गई। कुछ बच्चे चित्रकूट के आसपास के थे। सीबीआई इस तह तक पहुंचने की कोशिश में है कि बच्चों को जेई ने कैसे अपने जाल में फंसाया। ज्यादातर बच्चों ने बताया कि वह जेई अंकल घर पर पबजी खिलवाते थे। इसके अलावा सीबीआई ने जेई के घर दूध पहुंचाने वाले दूधिए व मकान मालिक के बच्चों से भी पूछताछ की।
सील किए गए दोनों कमरे खुले
जेई के आवास के सील दोनों को कमरों को सीबीआई ने खोल दिया। हिरासत में लेने के बाद से दोनों कमरे सील थे। शुक्रवार को दोनों कमरों की सघन तलाशी के बाद सीबीआई ने छानबीन की। कमरों में मिले दस्तावेज सीबीआई कब्जे में ले लिए।
बैंक खाते खंगाले, संचालन पर रोक
सीबीआई ने तफ्तीश में अब लेनदेन को भी शामिल किया है। जेई के अलावा उसके नजदीकियों व मददगारों के बैंक खाते खंगाले जा रहे हैं। जेई व उसकी पत्नी के तीन-तीन बैंक खाते हैं, इन खातों में कब कितने पैसे की जमा हुए और कब निकाले गए इसका ब्योरा बैंक से लिया है। बैंक खातों के संचालन पर तफ्तीश होने तक रोक लगा दी गई है। सीबीआई के रडार पर बैंकों के कुछ लोग भी हैं, जिन पर सीबीआई पहले से ही नजर रख रही है।
गुनाहों से बचने को सीबीआई को कर रहा गुमराह
जेई रामभवन बहुत शातिर दिमाग है। उसने जिस तरह से कारनामे किए हैं कि उसकी हकीकत जानने में सीबीआई को दो वर्ष का समय लगा। रिमांड मिलने के बाद हिरासत में लिए गए जेई से सीबीआई तीन दिन से पूछताछ कर रही है। सूत्रों की मानें तो खुद के गुनाहों से बचने के लिए जेई सही जानकारी देने बजाय सीबीआई को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।