नए कृषि कानून के खिलाफ किसान सड़कों पर हैं। आने वाले दिनों में यह आंदोलन बढ़ता है तो दिल्ली वालों पर इसका सीधा असर पड़ सकता है। आंदोलन बढ़ने पर दिल्ली में फल-सब्जियों के दाम आसमान छू सकते हैं।
किसान आंदोलन का असर शुक्रवार से ही दिखने लगा था। एशिया की सबसे बड़ी मंडी में शुमार आजदपुर मंडी में शुक्रवार को फल-सब्जियों की आवक 60 फीसदी से अधिक प्रभावित हुई थी। हालांकि शुक्रवार की तुलना में शनिवार को मंडी में फल-सब्जियों की आवक में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन अब भी आवक सामान्य नहीं हो पाई है।
रास्ते में फंसे ट्रक मंडी पहुंचे
आजदपुर मंडी समिति के अध्यक्ष आदिल अहमद खान के मुताबिक शनिवार को फल-सब्जी की कुल आवक 8500 टन से अधिक रही। एक दिन पहले शुक्रवार को आवक 6400 टन थी। सामान्य दिनों में मंडी में 13 हजार टन तक आवक होती है। आदिल ने बताया कि शनिवार को फलों की आवक में कुछ सुधार हुआ है। जो ट्रक शुक्रवार को रास्ते में फंसे थे, वह शनिवार को मंडी पहुंचे हैं। मंडी समिति के सदस्य और व्यापारी नेता अनिल मल्होत्रा के मुताबिक शनिवार को दूसरे रास्तों से ट्रक आए हैं।
दिल्ली आने वाले ट्रक की संख्या में कमी
आजादपुर मंडी समिति के सदस्य और व्यापारी नेता अनिल मल्होत्रा के मुताबिक पंजाब से मटर, हरियाणा से गाजर और कश्मीर व हिमाचल से सेब की आवक दिल्ली होने में परेशानी हो रही है। अगर यह हालात बने रहे तो भाव बढ़ सकते हैं। आदिल ने कहा कि हमें जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार आंदोलन की वजह से पीछे जिन मंडियों और स्थानों से आपूर्ति होती है। वहां से दिल्ली के ट्रक लोड होने की संख्या में कमी आई है। अगर यहीं हालात जारी रहे तो आलू-प्याज, टमाटर से लेकर सभी सब्जियों के भाव बढ़ सकते हैं।