भोजन में पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को शामिल करना सेहत को ठीक रखने के लिए सबसे जरूरी माना जाता है। पौष्टिक आहार से न सिर्फ हमारे शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति होती है बल्कि ये आपको बीमारियों से बचाए रखने में भी सहायक है। जब भी बात पोषक तत्वों से भरपूर आहार की होती है तो ब्रोकली फिटनेस के शौकीन लोगों की पसंदीदा चीजों में से एक मानी जाती है।
फिटनेस इंफ्लुएंसर से लेकर डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट तक, सभी ब्रोकली को सुपरफूड का दर्जा दे चुके हैं। असल में, ब्रोकली सिर्फ एक सब्जी भर नहीं है ये पोषक तत्वों का खजाना है। इसमें मौजूद सल्फोराफेन जैसे तत्व कैंसर से बचाव में मदद करते हैं, वहीं इसका फाइबर और विटामिन्स दिल, पाचन और इम्युनिटी के लिए वरदान हैं।
लो कैलोरी, ज्यादा पोषण और ढेरों फायदों वाली ब्रोकली को भोजन की थाली में शामिल करके आप भी कई लाभ पा सकते हैं। हालांकि इसके सेवन को लेकर कुछ सावधानियां भी जरूरी हैं क्योंकि इसके कई प्रकार के साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
पहले ब्रोकली से होने वाले फायदों को जान लीजिए
ब्रोकली पोषक तत्वों का खजाना है, इसका सेवन रोगों से लड़ने की क्षमता और वजन नियंत्रण में सहायक है। कैंसर से बचाव और दिल की सेहत को ठीक रखने में इसके लाभ देखे गए हैं।
कैंसर का कम होता है खतरा
ब्रोकली में मौजूद सल्फोराफेन एक शक्तिशाली यौगिक है, जो कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में मदद कर सकता है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च के अनुसार, सल्फोराफेन शरीर में मौजूद कैंसरकारक एंजाइम को निष्क्रिय करता है और डीएनए को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है। ब्रोकली को विशेष रूप से फेफड़े, ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और कोलन कैंसर के खतरे को कम करने में प्रभावी पाया गया है।
हार्ट के लिए भी लाभकारी
ब्रोकली हृदय स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसमें मौजूद पोटैशियम, मैग्नीशियम और फाइबर हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। अमेरिका की नेशनल हार्ट, लंग्स एंड ब्लड इंस्टीट्यूट के अनुसार, उच्च फाइबर युक्त आहार जैसे ब्रोकली हृदय रोग का जोखिम 20–25% तक कम कर सकता है। ब्रोकली में सल्फोराफेन और फ्लावोनॉयड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट तत्व धमनियों में सूजन और ऑक्सीडेटिव डैमेज को रोकते हैं, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों में प्लाक जमना) का खतरा घटता है।