राजस्थान में जालोर के कुचेरा थाना पुलिस ने 5 लाख 20 हजार रुपए के बंद हो चुके 500 रुपए के नोटों के साथ तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। यह नोट आहोर से नागौर जिले में सप्लाई होने थे। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 8 नवंबर 2016 को इन नोटों को चलन से बाहर कर दिया था। पुलिस ने नोटों को जब्त कर गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड़ ने बताया कि एक कार में बड़े पैमाने पर पुरानी नकदी ले जाने की सूचना शाम छह बजे मुखबिर से थाना प्रभारी देवीलाल को लगी थी। इस पर पुलिस ने पूरे इलाके में नाकाबंदी करते हुए उक्त कार को रुकवाया तो आरोपी सकपका गए।
पुलिस को जब शक हुआ तो तलाशी में आरोपियों की कार की डिक्की को खुलवाया गया, जिसमें उक्त नोट रखे हुए थे। रुपए बरामद होने पर पुलिस तीनों आरोपियों को थाने लेकर आई। पूछताछ में आरोपियों ने खुद का परिचय सूरतगढ़ निवासी बलखार सिंह पुत्र भट्टा सिंह, गंगानगर के पीलीबंगा थाना इलाके के मानतखेड़ी निवासी विनोद पुत्र रेमताराम, हनुमानगढ़ के रावतसर थाना इलाके के हरदासवाली निवासी हनुमान सिंह पुत्र श्रवण कुमार के रूप में दिया।
30 प्रतिशत राशि ले जाने वाले थे
एसपी श्वेता धनखड़ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने प्रथम पूछताछ में बताया है कि वे उक्त राशि जालोर के अहोर कस्बे से लेकर आए हैं। यहां कुचेरा के पास 5 लाख 20 हजार रुपयों को आरोपी किसी को देने वाले थे, जिसके एवज में उनको 30 प्रतिशत रुपए हाथों-हाथ मिलने वाले थे। इसके बाद शेष राशि का हिसाब किताब होना था, लेकिन इससे पहले ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
एसपी ने बताया कि आरोपियों के पास हरियाणा परिवहन विभाग से पासिंग नंबरों की कार है। आरोपियों के किसी बाबा के सम्पर्क में होने की भी जानकारी सामने आई है, जिसको आरोपी उक्त राशि देने वाले थे। इनमें मुख्य आरोपी हनुमान सिंह बताया गया है। जो चलन से बंद हुए रुपयों के लेन देन से लेकर अन्य कार्यों में लगा हुआ था।
आरोपी उक्त राशि को कहां से लाए थे और अब तक कहां छिपाकर रखी थी। इसके बारे में पुलिस जानकारी प्राप्त कर रही है। इसके अलावा यहां उक्त राशि को कहां खपाने वाले थे इस बारे में भी पड़ताल की जा रही है। अभी पूरी राशि को पुलिस ने 102 में जब्त किया है।