दौसा, 23 जनवरी 2024 । 18वीं लोकसभा के शीतकालीन सत्र सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा संविधान और संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अपमान के लिए देश के संसदीय इतिहास में दर्ज हो गया है भाजपा हमेशा से लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती है ।
आज एक पत्रकार वार्ता के दौरान सांसद मुरारी लाल ने कहा कि इस बार तो सत्ता पक्ष ने हद ही पार कर दी संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी अडानी मणिपुर संभल जैसे मामलों पर सदन में बहस की मांग लगातार ठुकराए जाने के बाद प्रतिपक्ष की संविधान पर चर्चा की मांग मान ली गई इस मौके पर कांग्रेस समेत सभी दलों ने सरकार को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की प्रतिबंधित याद दिलाए समता समानता और न्याय के डॉ.अंबेडकर के आदेशों पर चलने की सलाह बीजेपी को बिल्कुल रास नहीं आई जिसके चलते सत्ता पक्ष ने लगातार विपक्ष को बोलने से रोकने की कोशिश ही नहीं बल्कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर का अपमान कर संघ और बीजेपी की मनुवादी मानसिकता उजागर कर दिया है ।
इधर सांसद मुरारी लाल ने कहा कि अमित शाह ने कहा कि अब यह एक फैशन हो गया है अंबेडकर ,अंबेडकर,अंबेडकर, अंबेडकर करने का इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता । यह आरक्षण खत्म करने की साजिश के तहत भाजपा की संविधान बदलने की कोशिश को 2024 के आम चुनाव में जनता ने नाकाम कर दिया था ।
इधर अब बैसाखी सरकार बनकर लोकतांत्रिक मूल्यों का पाठ पढ़ाया था । लेकिन बीजेपी यह खीज अब संविधान निर्माता पर निकाल रही है,और बाबा साहब का अपमान किया गया है लेकिन दुख की बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमित शाह को सीख देने की बजाय आरोप प्रत्यारोप की राजनीति तेज की है।
कांग्रेस समेत प्रतिपक्ष ने पीएम मोदी से अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है, लेकिन मोदी सरकार अंबेडकर के अपमान को अपराध मानने को तैयार नहीं है उल्टे बीजेपी ने संसद की कार्रवाई ठप रखी, यही नहीं अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों के साथ धक्का मुखी की गई । पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को गिरा दिया गया । बीजेपी ने षड्यंत्र के तहत नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करा दी गई है ।
सांसद मुरारीलाल मीणा ने कहा कि बीजेपी और उसकी मातसंस्था हमेशा से डॉ. अंबेडकर और संविधान विरोधी रही है । इन्होंने न सिर्फ संविधान के निर्माण के समय से ही विरोध किया, बल्कि इससे पहले डॉ. अंबेडकर को चुनाव हरवाया था । कांग्रेस डॉ. अंबेडकर के अपमान को लेकर अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अटल है । जब तक अमित शाह इस्तीफा नहीं देंगे हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे ।