संभल में उपद्रवियों ने फायरिंग की, कार तोड़ी, जिसमें नकाबपोश उपद्रवियों ने सबसे ज्यादा हिंसा की है जिनका गोली चलाते फोटो वायरल हुआ है। वहीं अब संभल प्रशासन आरोपियों की तस्वीरें सार्वजनिक करने की तैयारी कर रहा है।
बता दें कि गोली चलाते उपद्रवियों का फोटो वायरल हो रहा है। वहीं इस मामले में कई दूसरे भी वीडिओ वायरल हुए जिसमें नकाबपोश उपद्रवी कार को तोड़ते नजर आ रहा हैं। वायरल फ़ोटो-वीडिओ सुनियोजित हिंसा की कहानी कह रहे हैं। पूरे प्रकरण में पुलिस जिन नकाबपोशों की बात कह रही वह भी अब सामने आ गए हैं। सुनियोजित होने का पुलिस का दाबा अब मजबूत हो गया है। संभल शहर के अलावा आसपास के कस्बों और गांवों में भी बवालियों को ढूंढा जा रहा है। दर्जनों लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। उनसे अलग-अलग थानों में पूछताछ करके अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा और डीआईजी मुनिराज ने मंगलवार सुबह पुलिस फोर्स के साथ शहर में पैदल मार्च किया। इस दौरान उन्होंने व्यापारियों से बातचीत की और कहा कि दुकानें खोलें और व्यापार करें। हालांकि, शहर के अधिकांश बाजारों में दुकानें खुलने के बावजूद सन्नाटा पसरा रहा। शहर की जामा मस्जिद के आसपास की दुकानें नहीं खुलीं। बवाल के बाद से भागे सैकड़ों लोगों के घरों पर अब भी ताले लटके हैं।
कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि अफवाह फैलाने वालों को भी जेल भेजा जाएगा। वहीं बवाल के तीसरे दिन मंगलवार को शहर में तनावपूर्ण शांति रही। जामा मस्जिद के आसपास के इलाके को छोड़कर शहर के अधिकांश बाजार खुल गए। मंगलवार को स्कूल खुले, लेकिन संभल तहसील क्षेत्र में इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध बुधवार शाम तक के लिए बढ़ा दिया गया। उपद्रवियों की तलाश में पुलिस की ताबड़तोड़ दबिश जारी है तो वहीं संभल जाने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने सपा के जिलाध्यक्ष के घर को सोमवार की रात घेर लिया।