दिल्ली की हवा आठ दिन बाद एक बार फिर से दमघोंटू हो गई है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 379 अंक पर यानी बेहद खराब श्रेणी में रहा। दिल्ली के 14 निगरानी केन्द्रों पर सूचकांक 400 के पार यानी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है।
दीपावली के तुरंत बाद आए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हुई बारिश से दिल्ली में लोगों को दमघोंटू प्रदूषण से राहत मिली थी। लेकिन, अब आठ दिन बाद यह राहत समाप्त हो गई है। चौबीस घंटे के भीतर वायु गुणवत्ता सूचकांक में 84 अंकों की बढ़ोतरी हुई। सोमवार को सूचकांक 295 के स्तर पर था। लेकिन, मंगलवार को यह 379 पर पहुंच गया।
मंगलवार शाम पांच बजे दिल्ली की हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 की मात्रा 394 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 की मात्रा 215 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के स्तर पर रही। पता हो कि हवा में पीएम 10 की मात्रा 100 और पीएम 2.5 की मात्रा 60 से नीचे रहने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
14 स्टेशनों पर हवा गंभीर
दिल्ली के 14 निगरानी केन्द्रों की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। विवेक विहार में प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा रहा। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक 437 के अंक पर रहा, जबकि जहांगीरपुरी का सूचकांक 434 के अंक पर रहा।
पराली की हिस्सेदारी 4 फीसदी
दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी लगातार कम होती जा रही है। सफर के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 4 फीसदी के लगभग रही। एक दिन पहले पराली जलाने की 189 घटनाएं दर्ज की गईं।
हवा की रफ्तार कम होने से बढ़ी परेशानी
हवा की रफ्तार कम होने के चलते प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। सफर का अनुमान है कि बुधवार दोपहर के बाद से हवा की रफ्तार में थोड़ी तेजी आएगी। इससे सूचकांक में थोड़ा सुधार होगा। हालांकि, इसके बावजूद सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में ही यानी 300 के ऊपर ही रहने के आसार हैं।
बीते 10 दिनों का वायु गुणवत्ता सूचकांक
24 नवंबर को 379 एक्यूआई
23 नवंबर को 295 एक्यूआई
22 नवंबर को 274 एक्यूआई
21 नवंबर को 251 एक्यूआई
20 नवंबर को 296 एक्यूआई
19 नवंबर को 283 एक्यूआई
18 नवंबर को 211 एक्यूआई
17 नवंबर को 171 एक्यूआई
16 नवंबर को 221 एक्यूआई
15 नवंबर को 435 एक्यूआई