राजस्थान के बूंदी जिले में शनिवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक निजी बस खंभे से टकराकर पलट गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य लोग घायल हो गए। घायलों में दो महिलाओं की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस के अनुसार, यह दुर्घटना लालसोट-कोटा मेगा राजमार्ग पर देर रात करीब दो बजे हुई। तेज रफ्तार में चल रही यह बस 43 यात्रियों को लेकर सवाई माधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा स्थित माताजी मंदिर से लौट रही थी। हादसे के वक्त बस चालक ने सड़क पर एक गड्ढे से बस को बचाने का प्रयास किया, लेकिन इस दौरान बस चालक ने नियंत्रण खो दिया और बस सड़क किनारे लगे बिजली के खंभे से टकरा गई। इसके बाद बस पलट गई।
घटना में अरविंद सिंह (62), अंतिम कुमार वैष्णव (28) और बस के कंडक्टर मांगीलाल राठौर (60) की मौत हो गई। एक तीर्थयात्री ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बस बहुत तेज रफ्तार से चल रही थी और अचानक यह हादसा हो गया।
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) आशीष भार्गव ने बताया कि अरविंद सिंह और अंतिम कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कंडक्टर मांगीलाल राठौर की मौत कोटा के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। घायलों को तुरंत कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और बस चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।