इटावा: कोटा-इटावा एक्सप्रेस में सवार तीन युवकों ने 22 वर्षीय एक युवती को कथित तौर पर अगवा कर उसे पांच घंटे तक बंधक बनाए रखा और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। युवती के पिता की ओर से रविवार को दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, यह वारदात 12 अक्टूबर को हुई, जब युवती मध्य प्रदेश के भिंड में अपने मामा के घर से लौट रही थी।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने युवती को नशीला पदार्थ खिलाकर उसे बेहोश किया और फिर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस अधीक्षक (इटावा ग्रामीण) सत्यपाल सिंह ने बताया कि युवती मध्य प्रदेश के भिंड जिले के सोनी रेलवे स्टेशन से उत्तर प्रदेश के इटावा आने के लिए कोटा-इटावा एक्सप्रेस में सवार हुई थी। सिंह के अनुसार, ट्रेन में एक अज्ञात युवक युवती का वीडियो बनाने लगा, जिसका उसने विरोध किया और अपना डिब्बा बदल लिया। उन्होंने बताया कि युवक संदिग्ध लग रहा था, इसलिए युवती ने उसकी फोटो खींच ली। सिंह ने शिकायत के हवाले से बताया कि युवती के डिब्बा बदलने पर वह युवक भी पीछे-पीछे वहां पहुंच गया और उसे बेहोश कर उसका अपहरण कर लिया।
शिकायत के मुताबिक, जब लड़की को होश आया तो उसने खुद को तीन युवकों से घिरा पाया, जिन्होंने उसके साथ बलात्कार किया और उसे पांच घंटे तक बंधक बनाए रखा। शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने युवती का मोबाइल फोन बंद कर दिया और बाद में उसे बेहोशी की हालत में उज्जैनी गांव के पास एक राजमार्ग पर फेंक दिया। सिंह ने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों ने युवती की बात उसके परिवार से करवाई और पुलिस को मामले की सूचना दी। उन्होंने कहा कि परिवार की शिकायत के आधार पर बकेवर पुलिस थाने में एक शून्य प्राथमिकी दर्ज की गई है और मामले को आगे की जांच एवं कार्रवाई के लिए राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) को सौंप दिया गया है। पुलिस के अनुसार, मामले में सामूहिक दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।