ग्रेटर नोएडा की सुपरटेक इको विलेज 2 सोसाइटी से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां गंदा पानी पीने की वजह से लगभग 200 लोगों की तबीयत खराब हो गई है। खासकर, बच्चों की हालत गंभीर है, जो डायरिया और उल्टी जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
बिल्डर पर 5 करोड़ रुपए का जुर्माना
स्थानीय प्रशासन ने इस गंभीर लापरवाही पर एक्शन लेते हुए बिल्डर पर 5 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। बताया जा रहा है कि सोसाइटी में पिछले कई महीनों से गंदा पानी सप्लाई किया जा रहा था, जिससे कई लोग बीमार पड़ गए।
सभी सोसाइटियों की होगी जांच
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने पानी के सैंपल लिए और जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि सोसाइटी में रह रहे लोगों की सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया गया। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने यह सुनिश्चित किया है कि अब हर सोसाइटी में रोजाना पानी की जांच की जाएगी।
कैसे खुली बिल्डर की पोल?
यह मामला तब शुरू हुआ जब सोसाइटी के निवासियों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप में पानी की कमी को लेकर चर्चा की। एक निवासी ने बताया कि उसके बच्चे को डायरिया हो गया है। धीरे-धीरे कई और लोग भी अपनी समस्याओं को साझा करने लगे। जब डॉक्टरों से संपर्क किया गया, तो उन्होंने सभी मरीजों के इंफेक्शन की पुष्टि की। अंत में जब पानी की जांच की गई, तो वह गंदा निकला, जिससे यह साबित हुआ कि बिल्डर की लापरवाही के कारण यह समस्या पैदा हुई है। अब बिल्डर को इस लापरवाही की कीमत चुकानी होगी।