हाथरस मामले की पीड़िता के परिवार की सुरक्षा में सीआरपीएफ मुस्तैद है। घर के सदस्यों के चहारदीवारी से बाहर जाने पर भी सुरक्षाकर्मी साथ रहते हैं। पीड़िता के भाई की आईटीआई की परीक्षा सोमवार से शुरू हुई। सीआरपीएफ जवान अपनी सुरक्षा में भाई को परीक्षा केंद्र तक लेकर गए। वहीं आरोपियों के परिजनों का कहना है कि जांच में क्या चल रहा है, उन्हें नहीं पता।
हाथरस मामले के पीड़ित परिवार को बेटी की मौत के बाद से नागरिक पुलिस की सुरक्षा प्रदान की जा रही थी। परिवार के प्रत्येक सदस्य के साथ एक पुलिसकर्मी को निजी अंगरक्षक की तरह तैनात किया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने पीड़ित परिवार की सुरक्षा सीआरपीएफ से कराने का आादेश दिया। इस पर रामपुर बटालियन के जवान अब पीड़िता के घर व परिवारीजनों की सुरक्षा कर रहे हैं। घर के आसपास निकलने या खेत पर जाने के दौरान सीआरपीएफ जवान संग जाते हैं। 24 घंटे घर पर जवान तैनात रहते हैं। सोमवार से पीड़िता के भाई की आईटीआई की परीक्षा शुरू हो गई। गांव से कुछ दूरी पर निजी आईटीआई में परीक्षा थी। दोपहर में सीआरपीएफ के जवान भाई को लेकर परीक्षा केंद्र पहुंचे। परीक्षा के बाद संग ही घर लाए। इधर, चारों आरोपियों को अलीगढ़ जेल से नार्को टेस्ट के लिए ले जाने के सवाल पर आरोपियों के परिजनों का कहना था कि वे लोग तो गांव में हैं, जेल में क्या चल रहा है। सीबीआई क्या जांच कर रही है, उन्हें क्या पता।