भीड़ के चलते पश्चिमी दिल्ली जिला प्रशासन ने रोजाना लगने वाले दो स्थानीय रेहड़ी-पटरी बाजार को बंद कर दिया है। इस बाजार को आगामी 30 नवंबर तक बंद करने का आदेश जारी किया गया है। बाजार में रोजाना करीब 200 दुकानें लगती थी। जिला प्रशासन का कहना है कि बार-बार चेतावनी के बाद भी यहां रोजाना भीड़ होती थी। बिना मास्क लगाएं यहां लोग शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं कर रहे थे, जिसके चलते यह फैसला लेना पड़ा।
पश्चिमी जिला के अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) धर्मेद्र कुमार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक पंजाबी बस्ती मार्केट और जनता मार्केट नांगलोई को बंद किया गया है। आपदा प्रबंधन एक्ट में मिले अधिकार के तहत इस बाजार को बंद करने का आदेश जारी किया गया है। धर्मेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दिवाली के समय भी यहां भीड़ हो रही थी। तब हमें लगा त्यौहार का समय है। मगर अब त्यौहार बीत गया है, मगर भीड़ कम नहीं हुई।
एडीएम के मुताबिक उन्होंने कहा कि बार-बार लोगों से अपील की जा रही थी कि वह मास्क पहने, उसके बाद भी लोग नहीं मान रहे थे। कोरोना संक्रमण के खतरे और लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह फैसला लेना पड़ा। इन बाजारों में स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या में भीड़ होती है। यहां रोजाना करीब 200 दुकानें लगती है।
बताते चले कुछ दिन पहले दिल्ली सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जरूरत पड़ने पर बाजारों को बंद करने का निर्णय लिया था। मंजूरी के लिए प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजा है। वहां अभी तक मंजूरी तो नहीं मिली है। मगर दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिेए स्थानीय स्तर पर अधिकारी कड़े फैसले ले रहे है। आधिकारियों की माने तो यह बाजार वैसे भी अवैध तरीके से लगता है। कोविड संक्रमण ना फैले इसलिए यह फैसला किया गया।