राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में हाल में एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में डूबने से 3 कर्मचारियों की मौत के मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है। आयोग द्वारा शुक्रवार को जारी बयान के मुताबिक, गौतमबुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा में एक बहुराष्ट्रीय आईटी कम्पनी के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में गत 24 जून को डूबने से 3 कर्मचारियों की मौत के मामले से सम्बन्धित मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लेते हुए आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
सीवेज प्लांट में तीन कर्मचारियों के डूबने का एनएचआरसी ने लिया संज्ञान
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रिपोर्ट में मामले में दर्ज किये गये मुकदमे पर अब तक हुई कार्रवाई की स्थिति, जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के साथ-साथ नियोक्ता और संबंधित अधिकारियों द्वारा मृतक श्रमिकों के परिजनों को प्रदान की गई राहत और पुनर्वास के विषय शामिल करने की अपेक्षा की गयी है। आयोग ने पाया है कि समाचार रिपोर्ट की सामग्री अगर सच है, तो यह पीड़ितों के अधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है। जाहिर है कि अधिकारी सतर्कता और ऐसे खतरनाक कामों की निगरानी का उचित पर्यवेक्षण करने में विफल रहे हैं जिनमें श्रमिकों को ऐसे खतरनाक काम करने के लिए तैनात किया गया था।
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में काम करते समय डूबने से 3 कर्मचारियों की हो गई थी मौत
बयान में कहा गया है कि आयोग लगातार पर्याप्त और उचित सुरक्षा उपकरणों के बिना खतरनाक सफाई की गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की वकालत करता रहा है। गौरतलब है कि विगत 24 जून को ग्रेटर नोएडा में एक बहुराष्ट्रीय आईटी कंपनी के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में काम करते समय डूबने से तीन कर्मचारियों मोहित, हरगोविंद और अंकित की मौत हो गई थी।