गुना : गोलगप्पे इतने भारी पड़ गए कि 3 थानों की पुलिस फोर्स को पहुंचना पड़ गया। एनएफएल क्षेत्र के पालिका बाजार में बुधवार देर रात पानीपुरी खाने के दौरान दो पक्षों में विवाद हो गया। मामला इतना तूल पकड़ गया कि मारपीट रोकने और घायलों को बचाने के लिए राघौगढ़, विजयपुर सहित धरनावदा थाना क्षेत्रों की पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा है। समाचार मिलने तक विजयपुर पुलिस अभी भी इलाके में मौजूद है।
जानकारी सामने आई है कि पूरा विवाद भील और मीना समाज के बीच हुआ है। दोनों पक्षों की ओर से अपने-अपने दावे किए जा रहे हैं। भील समाज का आरोप है कि मीना समाज के युवकों ने देशराज भील नामक युवक के ठेले पर पानीपुरी का लुत्फ उठाया और बिना पैसे दिए जाने लगे। इसी को लेकर विवाद हुआ। मीना समाज के युवकों ने भील समाज के घरों पर हथियारों के साथ हमला बोल दिया। जिसमें देशराज भील, मांगीलाल भील, रीना भील और फूलाबाई भील घायल हुई हैं। दूसरा पक्ष आरोप लगा रहा है कि उन्होंने देशराज भील से 500 रुपए के छुट्टे मांगे थे। देशराज ने 500 रुपए का नोट अपने पास रख लिया, लेकिन छुट्टे देने से मना कर दिया।
घटना में घायल गोलू मीना का दावा है कि वह उसके दोस्त के साथ पानीपुरी खाने गया था, पास में ही देशराज अंडे का ठेला लगाता है। छुट्टे नहीं देने पर उनकी बहस हुई। इसके बाद देशराज और उसके साथियों ने गोलू मीना, रूपेश और विष्णु को बंधक बना लिया। कई घंटों तक मारपीट हुई। घटना की जानकारी पुलिस तक पहुंची। तब राघौगढ़, रुठियाई और विजयपुर थाना क्षेत्रों से पुलिस ने मौके पर आकर उन्हें बचाया। इस घटना के बाद इलाके में तनाव होने की जानकारी मिली है। एहतियात के तौर पर विजयपुर पुलिस के जवान तैनात है ताकि मारपीट की वारदात गुटीय संघर्ष में तब्दील होने से रोकी जा सके।