विधानसभा सचिवालय के समीक्षा अधिकारी की परीक्षा का पर्चा रविवार को आउट हो गया है। जिले के भटहट के बरगदही स्थित गुलाबी देवी इंटर कालेज में संचालकों ने कुछ छात्रों को अलग कमरे में बैठा कर परीक्षा दिलाने की कोशिश की। इतना ही नहीं केन्द्र पर दूसरे छात्रों को परीक्षा शुरू होने के एक घंटे बाद तक पेपर नहीं दिया गया। इसके बाद परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों ने पेपर आउट होने का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। विवाद बढ़ने पर डीएम और एसएसपी मौके पर पहुंचे। उनकी पड़ताल में छात्रों की शिकायत की तस्दीक हुई। डीएम ने विधानसभा सचिवालय के प्रमुख सचिव से बात कर परीक्षा निरस्त करने का एलान कर दिया है। डीएम के एलान के बाद परिक्षार्थियों का हंगामा शांत हुआ।
गुलरिहा थाना क्षेत्र के ग्राम इस्लामपुर में स्थित गुलाबी देवी इंटर कालेज में रविवार को विधान परिषद सचिवालय में समीक्षा अधिकारी पद के लिए परीक्षा होनी थी। इस केन्द्र पर 475 परिक्षार्थी पंजीकृत रहे। परीक्षा कराने की जिम्मेदारी दिल्ली की एक प्राइवेट एजेंसी की थी। परीक्षा के लिए सुबह आठ बजे ही अभ्यर्थियों को तलब किया गया था। परीक्षा पहली पाली में सुबह नौ बजे से 11 बजे तक होनी थी। समय से अभ्यर्थी परीक्षा केन्द्र पर पहुंच गए।
देर से दी गई एंट्री
परीक्षा देने आए वीके वर्मा ने बताया कि परीक्षा केन्द्र में एंट्री का समय सुबह आठ बजे का था। यहां पर करीब नौ बजे तक अभ्यर्थियों की एंट्री की गई। अभ्यर्थियों की एंट्री कराने के बाद संचालकों ने बताया कि पेपर ही नहीं आया है। पेपर का इंतजार कर रहे छात्रों का साढ़े नौ बजे से धैर्य जवाब देने लगा। छात्र हंगामा करने लगे। खलीलाबाद से परीक्षा देने पहुंची आंचल गुप्ता ने बताया की नौ बजे तक सभी बच्चों के कमरों में बैठ जाने के बावजूद साढ़े नौ बजे तक पेपर व कॉपी नहीं बांटा गया था।
एक कमरे में कराई जा रही थी परीक्षा
हंगामा कर रहे छात्रों की नजर भूतल में बंद कमरे पर पड़ी। इस कमरे में कुछ छात्र परीक्षा देते दिखे। जिसके बाद छात्रों ने कमरा जबरन खुलवाया। बंद कमरे से कुछ छात्र बाहर निकले। इसके बाद तो हंगामा और बढ़ गया।
थानाध्यक्ष ने अभ्यर्थियों से की मारपीट
भटहट संवाद के मुताबिक किसी ने इसकी सूचना एसओ गुलरिहा को दी। वह मौके पर पहुंचे। एसओ ने परीक्षा केन्द्र के संचालकों से वार्ता की। इसके बाद उनका गुस्सा हंगामा कर रहे छात्रों पर ही टूटा। छात्रों ने एसओ पर अभद्रता एवं मारपीट करने का आरोप लगाया।
मौके पर पहुंचे एसएसपी
एसओ के एकतरफा व्यवहार की शिकायत छात्रों ने एसएसपी जोगेन्द्र कुमार से सीयूजी पर की। मामले की संजीदगी को देखकर एसएसपी सवा 11 बजे मौके पर पहुंचे। उन्होंने एसओ को फटकार लगाई। इसके बाद छात्रों से बात की। छात्रों ने एसएसपी को पूरा माजरा समझाया। इसी बीच मौका देखकर कर बंद कमरे में परीक्षा देने वाले छात्र खिसक लिए। इस दौरान छात्रा नीलम गुप्ता, चंद्रदीप ने एसएसपी से एसओ गुलरिहा की शिकायत की। उन्होंने एसओ पर अभ्यर्थियों के साथ अभद्रता व मारपीट कर परीक्षा देने के लिए बाध्य किये जाने की शिकायत की। कप्तान ने हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों को निर्दोष बताते हुए परीक्षा एजेंसी व केंद्राध्यक्ष को फटकार लगाई।
डीएम ने रद कराई परीक्षा
एसएसपी ने मौके से ही डीएम केविजयेन्द्र पाण्डियन को जानकारी दी। डीएम दोपहर 11.55 बजे मौके पर पहुंचे। तब तक अभ्यर्थी रूके रहे। डीएम ने परीक्षा सेल के ऑब्जर्वर को तलब कर परीक्षा केंद्र पर थर्मल स्कैनिंग नहीं कराने, समय से परीक्षा आरम्भ नहीं कराए जाने को लेकर कड़ी फटकार लगाई। वहीं से डीएम ने प्रमुख सचिव विधान परिषद से वार्ता की। इसके बाद डीएम ने परीक्षा को निरस्त करने की घोषणा की। इसके बाद हंगामा कर रहे परीक्षार्थी शांत हुए। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव श्रीवास्तव, एसपी नार्थ अरविंद पांडेय, सीओ चौरी चौरा दिनेश कुमार सिंह, एसओ चिलुआताल, एसओ पिपराइच मौजूद रहे।
ब्लैक लिस्टेड विद्यालय को बनाया केन्द्र
डीएम ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि बिना प्रशासनिक अनुमति के प्राइवेट एजेंसी द्वारा विवादित कालेज को कैसे परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इससे पहले 27 जनवरी 2019 को पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान भी इस विद्यालय पर पेपर आउट करने का आरोप लग चुका है। उस दौरान परीक्षार्थियों ने गोरखपुर-महराजगंज मुख्य मार्ग को परीक्षार्थियों ने जाम कर हंगामा किया था। मौके पर पहुंचे तत्कालीन एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने शासन से वार्ता कर परीक्षा निरस्त कराते हुए शाहपुर थाना क्षेत्र के विमल मांटेसरी गर्ल्स स्कूल को परीक्षा केंद्र बनवाकर मामले को शांत कराया था। इसके बाद आईटीआई के प्रवेश परीक्षा में भी परीक्षार्थियों से नकल कराने के लिए पैसा लेने का वीडियो कालेज के प्रधानाचार्य का वायरल हो चुका है। डीएम ने इस मामले की जांच कराने का आदेश दिया है।
देर से मिला प्रश्नपत्र
गुलाबी देवी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य अभिषेक मिश्रा ने गड़बड़ी के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने बताया कि परीक्षा केन्द्र पर प्रश्नपत्र दिलाने की जिम्मेदारी आब्जर्वर की है। ऑब्जर्वर अमर जायसवाल द्वारा पेपर केन्द्र पर देर से उपलब्ध कराया गया है। ऐसे में कुछ परीक्षार्थी हंगामा करने लगे हैं। जिसकी सूचना थाने पर दी गयी। उनके विद्यालय पर 475 परीक्षार्थियों के लिए केंद्र बना था। जबकि 264 बच्चे परीक्षा देने पहुंचे थे।