मध्य प्रदेश के दमोह जिले के मगरोन थाना की फतेहपुर चौकी अंतर्गत मध्यांचल ग्रामीण बैंक से 42 लाख रुपए की लूट का मामला पुलिस ने चंद घंटों में ही सुलझा लिया है। पुलिस को फोन कर लूट की सूचना देने वाला बैंक कर्मी ही मामले का सरगना निकला उसने ही अपने मित्रों के साथ इस मामले को मंगलवार रात को अंजाम दिया था। जिसने बताया था पांच से अधिक नकाबपोश लुटेरों ने हथियार की नोक पर वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने चंद घंटों की पड़ताल में ही भांप लिया की मामला फर्जी है और 42 लाख नगदी और सीसीटीवी का DVR भी जप्त कर लिया है,वारदात की खबर पुलिस को जैसे ही लगी थी आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू कर दी थी। सागर डीआईजी सुनील कुमार जैन,पुलिस अधीक्षक एस के सोमवंशी, एएसपी संदीप मिश्रा, एसडीओपी हटा नीतेश पटेल सहित आसपास के कई थानों की पुलिस टीम ने इस पूरी फर्जी लूट की वारदात का खुलासा सुबह होते ही कर दिया।
पुलिस अधीक्षक सोमवंशी के अनुसार करीब 42 लाख की राशि बरामद करना बताई जा रही है, पुलिस इस बात से ताज्जुब में थी कि शाम होते ही बेखोफ 5 लुटेरों ने लूट की घटना को अंजाम दिया और आसपास के लोगों को भनक भी ना लगी। घटनास्थल पर इन लोगों ने कुछ नोटों की गड्डियां भी नाली के पास बिखेर दी और DVR भी गायब कर दिया। जिससे पुलिस को बैंक कर्मियों पर शक हो गया ,पुलिस ने बैंक कैशियर रोहित विश्वकर्मा ,चौकीदार और एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। सुबह होते ही पुलिस ने इस बड़ी फर्जी लूट की वारदात का खुलासा कर दिया। आपको बता दें की प्लानिंग में शामिल बैंक के चौकीदार ने खुद अपने शरीर पर कटर से घाव के निशान बनाए ताकि पुलिस को उस पर संदेह न हो।