राजस्थान के कोटा में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण विभाग की एक संयुक्त टीम ने शनिवार दोपहर शहर के रणपुर इलाके में घी बनाने वाली फैक्टरी पर छापा मारा और 6,700 लीटर से अधिक मिलावटी घी जब्त किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बालगोपाल डेयरी प्रोडक्ट्स नामक फैक्टरी को अगले आदेश तक सील कर दिया गया है। छापा मारने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले खाद्य सुरक्षा विभाग के अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा ने कहा कि टीम ने पाया कि फैक्टरी में मिलावटी घी बनाया जा रहा था और ग्रामीण इलाकों में बाल कृष्ण, बालगोपाल, सोरस शुद्ध देसी घी जैसे 4-5 प्रकार के ब्रांड के तहत बेचा जा रहा था।
ओझा ने कहा कि मिलावटी घी मक्खन और कृत्रिम उत्पादों से तैयार किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि फैक्टरी के मालिक के पास खाद्य सुरक्षा के अलावा चिकित्सा और कीट नियंत्रण लाइसेंस भी नहीं मिले और सरकार द्वारा निर्धारित किसी भी दिशानिर्देश का पालन नहीं किया जा रहा था। अधिकारी ने कहा कि यह भी पता चला कि फैक्टरी में लोकप्रिय ब्रांड के नकली उत्पाद बनाए जाते थे, उदाहरण के लिए, सारस की तरह सोरस और कृष्ण की तरह बालकृष्ण नाम से घी बनाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि अगले आदेश तक फैक्टरी को बंद कर दिया गया है।
अधिकारी ने कहा कि फैक्टरी में मिली इन वस्तुओं और कच्चे माल के नमूने परीक्षण के लिए एकत्र किए गए हैं। कोटा के खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी संदीप अग्रवाल ने बताया कि गहन जांच के बाद फैक्टरी से 562 कार्टन में पैक 6,744 लीटर मिलावटी घी जब्त कर लिया गया। उन्होंने बताया कि फैक्टरी का मालिक दिलीप सिंह है, जिसे बुलाकर पूछताछ की गई। अग्रवाल ने कहा कि मालिक के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अनुसार प्रक्रिया जारी है और उसके अनुसार कार्रवाई शुरू की जाएगी।