बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार का गठन हो गया है। इस विधानसभा चुनाव के परिणाम में एनडीए में बीजेपी 74 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। चुनाव प्रचार के दौरान से लेकर रिजल्ट सामने आने के बाद तक इस बात की चर्ची बिहार की राजनीति में खूब गूंजती रही कि अगर जेडीयू को कम सीट जीतने में सफल होती है तो क्या नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनेंगे? हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह तक इस मामले में साफ-साफ बोलते रहे कि परिणाम जो भी आए, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे।
बिहार चुनाव के दौरान महाराष्ट्र को उदाहरण के तौर पर पेश किया जाने लगा कि कैसे शिवसेना चुनवा के बाद बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस-एनसीपी के साथ गठबंधन कर ली। इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि नीतीश कुमार को वचन दिया गया था कि NDA के अगले मुख्यमंत्री वही होंगे। इसीलिए उनकी सीटें काफी कम आने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया। अठावले यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के दौरान देवेंद्र फडणवीस के CM बनने की चर्चा थी। अगर भाजपा द्वारा उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया गया होता तो उन्हें मुख्यमंत्री जरूर बनाया जाता।