महागठबंधन के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाए जाने को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। तेजस्वी ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति और भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों के आरोपी को शिक्षा मंत्री बनाया है। उन पर आईपीसी की धारा 409,420,467, 468,471 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज है। राज्य सरकार से सवाल पूछा कि क्या मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाकर क्या भ्रष्टाचार करने का इनाम और लूटने की खुली छूट दी गई है। एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर तंज कसा है कि क्राइम, करप्शन व कम्यूनलिज्म की बात करते रहेंगे या उस पर अमल भी करेंगे।
तेजस्वी यादव सामने आकर जिरह करें : मेवालाल
शिक्षा मंत्री डा. मेवालाल चौधरी ने कहा है कि मुझ पर लगे सारे आरोप निराधार हैं। मैं चार्जशीटेड नहीं हूं। सारा मामला कोर्ट में है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा उनको लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इल्जाम लगाने वाले जेल के अंदर हैं या जेल के मुहाने पर खड़े हैं। बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहे श्री चौधरी ने कहा कि बातें सकारात्मक होनी चाहिए। सामने राउंड टेबुल पर आकर तेजस्वी या कोई भी शिक्षा पर मुझसे जिरह करे। बिहार में कैसे क्लासरूम टीचिंग और बेहतर किया जाय, कैसे शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करें, इसके लिए क्या-क्या किया जाय, इन बिंदुओं पर सलाह दें। बताया कि वे गुरुवार को शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण करेंगे।
राजद के सांसद अशफाक करीम शिक्षा मंत्री से मिले, राजनीतिक कयासों को मिली हवा
शिक्षा मंत्री पर हमलावर राजद नेता तेजस्वी के ही पार्टी के सांसद अशफाक करीम मंत्री से मिलकर उन्हें बधाई दी। इस पर लग रहे राजनीतिक कयासों को अशफाक करीम ने बेबुनियाद बताया। कहा कि वे जदयू नेता से नहीं बल्कि शिक्षा मंत्री से मिलने आए हैं और मंत्री से कोई भी मिल सकता है, क्या पक्ष-क्या विपक्ष। उल्लेखनीय है कि अशफाक करीम मेडिकल कॉलेज के मालिक भी हैं।