उदयपुर जिले में फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर सगाई करने का मामला सामने आया है । बताया जा रहा कि गांव और समाज में रौब दिखाने के लिए एक 24 साल का युवक फर्जी आईपीएस बन गया। गांव से लेकर समाज और पुलिस अधिकारियों के बीच खूब मान-सम्मान भी करवाया । इस बीच उसकी सगाई भी हो गई।
लेकिन जब वह अपने साले और समाज के पदाधिकारियों के साथ उदयपुर घूमने आया तब मामले का खुलासा हो गया । बता दें कि फर्जी सीबीआई अधिकारी बने 24 साल के सुनील कुमार जब सर्किट हाउस में पहुंचे और फर्जी आईडी कार्ड से सर्किट हाउस में रूम भी ले लिया । इस दौरान सर्किट हाउस के मैनेजर को शक हुआ तो उसने पुलिस को बुला लिया । यहां जैसे ही उसने उल्टे हाथ से सैल्यूट किया तो वह पकड़ा गया । इसके बाद पुलिस ने पूछताछ की और उसके फेसबुक पेज को खंगाला तो वे खुद दंग रह गए। मामला उदयपुर शहर के हाथीपोल थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने कोटपूतली के रहने वाले फर्जी आईपीएस सुनील कुमार सांखला के साथ इंद्राज सैनी, अमित चौहान और सत्यनारायण कनोलिया को गिरफ्तार कर लिया है । दरअसल आरोपी डेढ़ साल से गांव और समाज के लोगों को बेवकूफ बना रहा था। यहां तक की वह कई यू-ट्यूब चैनल को फर्जी इंटरव्यू भी दे चुका था। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुट गई है ।
वहीं पुलिस पूछताछ में आरोपी सुनील ने बताया कि मैंने गांव के लोगों को सीबीआई ऑफिसर बनने की जानकारी दी थी । उसने खुद को महाराष्ट्र कैडर का आईपीएस बताया था और मुंबई में पोस्टिंग बताता था। पूछताछ में सामने आया कि सुनील ने 2020 की भर्ती में यूपीएससी की तैयारी की थी, लेकिन उसका इसमें सिलेक्शन नहीं हुआ तो गांव और समाज में रौब दिखाने के लिए सुनील ने झूठी कहानी बनाई । गांव और घर में बताया कि उसने 263वीं रैंक हासिल की है। जबकि इससे पहले सुनील गांव और परिवार के लोगों को ये भी बता चुका था कि उसकी राजस्थान पुलिस और इनकम टैक्स में क्लर्क की नौकरी लगी है, जबकि ऐसा कुछ नहीं था। गांव और परिवार के लोग ये ही समझ रहे थे कि दोनों सरकारी नौकरी छोड़ कर उसने यूपीएससी क्रैक किया है। ये ही नहीं जब सुनील अपने गांव पहुंचा तो परिजनों सहित ग्रामीणों ने उसका फूल माला पहनाकर शानदार स्वागत भी किया । इतना ही नहीं उसने और दोस्तों ने सिलेक्शन को लेकर पोस्ट भी की । मिली जानकारी के मुताबिक करीब सालभर पहले उसकी सगाई हुई थी । तब लड़की वालों को भी झूठी जानकारी दी गई । इतना ही नहीं पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी सुनील सांखला इतना शातिर था कि उसने खुद को आईपीएस में चयनित होने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम से शुभकामनाएं देने वाले फर्जी लेटर बनवा रखे थे। ताकि परिवार और रिश्तेदारों को इस पर विश्वास हो जाए। इन फर्जी लेटर को उसने अपने फेसबुक पेज पर भी पोस्ट कर रखा था ।