जिस खतरनाक कोरोना वायरस के प्रकोप से पूरी दुनिया जूझ रही है, उसके आगमन के एक साल पूरे हो गए हैं। वह आज ही का दिन था, जब पिछले साल 2019 में कोरोना वायरस ने चीन में दस्तक दी थी और उसके बाद से अब तक यह तबाही मचा रहा है। 17 नवंबर को चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में पिछले साल कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था और इसी वुहान शहर से निकलकर कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई। हालांकि, यहां यह जानना जरूरी है कि कोरोना वायरस के पहले मामले को लेकर चीन ने आधिकारिक तौर पर दिसंबर 2019 में इसकी पुष्टि की थी।
चीनी सरकार की एक अप्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, 17 नवंबर 2019 को कोरोना का सबसे पहला मामला सामने आया था। जो व्यक्ति दुनिया में पहली बार कोरोना की चपेट में आया था, वह हुबेई प्रांत का रहने वाला था, जिसकी उम्र 55 साल थी। नवंबर में चार पुरुषों और पांच महिलाओं के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की सूचना थी, लेकिन उनमें से कोई भी “पेशेंट जीरो” नहीं था। यहां पेशेंट जीरो का मतलब है कि इनमें से कोई भी संक्रमण का वाहक था या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं हुई थी।
हालांकि, नवंबर में ही चीन में कोरोना का पहला मामला मिलने की बात कई बार मीडिया में आई, मगर चीन हर बार झुठलाता रहा। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने भी चीनी सरकार के डेटा के आधार पर कहा था कि चीन में 17 नवंबर को पहला मामला सामने आया। मगर चीन ने इसे खारिज किया और उसने कहा कि वुहान में कोरोना वायरस का पहला मामला 8 दिसंबर 2019 को मिला। इसके अलावा, अमेरिका समेत कई देशों ने चीन पर कोरोना को लेकर सूचना छिपाने का आरोप लगाया। अमेरिका समेत कई एजेंसियों ने दावा किया कि चीन के प्रयोगशाला से यह वायरस निकला, मगर अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है।
जॉन हॉप्किंस विश्वविद्यालय के अनुसार, दुनिया में सबसे पहला मामला दिसंबर, 2019 में चीन के वुहान शहर में आया था, जो धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल गया। वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक इस कोरोना वायरस से दुनियाभर में 55,350,663 लोग संक्रमित हुए हैं, वहीं 1,332,338 लोग इस संक्रमण से मरे हैं। चीन में इससे अभी तक 86,361 लोग संक्रमित हुए हैं और 4,634 लोग की संक्रमण से मौत हुई है।
यहां ध्यान देने वाली बात है कि जिस चीन से कोरोना पूरी दुनिया में फैला, वहां वैसी तबाही नहीं देखने को मिली, जैसी तबाही यूरोपीय देशों या भारत में देखने को मिली। कोरोना से मौत के मामले में अमेरिका (252,652) सबसे टॉप पर है, वहीं दूसरे नंबर पर भारत है, जहां कोरोना वायरस से अब तक 130,559 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। इसके बाद ब्राजील, फ्रांस और रूस का नंबर आता है। बता दें कि कोरोना वायरस के एक साल पूरे हो गए, मगर वैक्सीन को लेकर अब तक कोई ठोस सफलता हाथ नहीं लगी है।