अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या के पुरातन वैभव और विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि विकास व विरासत की साझा ताकत 21वीं सदी में भारत को सबसे आगे ले जाएगी। मोदी ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ”आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण (नवनिर्मित राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह) का इंतजार कर रही है। ऐसे में अयोध्या वासियों में यह उत्साह, यह उमंग बहुत स्वाभाविक है।”
रैली को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य में 15,700 करोड़ रुपये से अधिक की केन्द्र व राज्य सरकार की 46 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस बीच शंखनाद की ध्वनि और ‘राम राम-जय जय राजाराम’ भजन से वातावरण गूंज उठा। इसके पहले मोदी ने अयोध्या पहुंचने पर हवाई अड्डे से रेलवे स्टेशन तक एक रोड शो किया और पुनर्विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया और दो अमृत भारत और छह वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद मोदी ने अयोध्या में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। हवाई अड्डे का नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्या धाम रखा गया है। महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना की थी। महर्षि वाल्मीकि के बहुत सारे अनुयायी हैं, जिनमें विशेष रूप से दलित समुदाय के लोग शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने अयोध्या में अपने स्वागत और रोड शो की चर्चा करते हुए कहा कि ”भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का मैं पुजारी हूं और मैं भी आपकी तरह उतना ही उत्सुक हूं। हम सभी का ये उत्साह, ये उमंग अयोध्या की सड़कों पर भी पूरी तरह नजर आ रहा था।” मोदी ने 15 हजार करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन और महर्षि वाल्मीकि के नाम पर बने आधुनिक अंतरराष्ट्रीय विमानतल के अपने द्वारा किये गए लोकार्पण की चर्चा करते हुए कहा, ”यहां विकास की भव्यता दिख रही है तो कुछ दिन बाद यहां विरासत की भव्यता और दिव्यता दिखने वाली है।” मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि ”यही विकास व विरासत की साझा ताकत 21वीं सदी में भारत को सबसे आगे ले जाएगी।” उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों गिनाते हुए कहा, ”एक समय था जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं देश के चार करोड़ गरीबों को मिला है।”
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘मोदी की गारंटी में इतनी ताकत इसलिए है क्योंकि मोदी जो कहता है, उसे पूरा करने के लिए अपना जीवन खपा देता है। दिन और रात एक कर देता है। अयोध्या नगरी इस बात की साक्षी है।” उन्होंने लोगों से 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाने की अपील करते हुए कहा कि मकर संक्रांति के दिन से स्वच्छता का एक बड़ा अभियान चलाया जाना चाहिए। अपने संबोधन के दौरान मोदी ने भीड़ से सियावर राम चंद्र का नारा लगवाने के साथ 30 दिसंबर की तारीख को ऐतिहासिक तारीख करार देते हुए कहा कि इसी तारीख 1943 में नेताजी (सुभाष चंद्र बोस) ने अंडमान में झंडा फहराकर आजादी का जयघोष किया था और आज इस पावन दिवस पर आजादी के अमृत काल के संकल्प को आगे बढ़ा़ रहे हैं। मोदी ने 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास की चर्चा करते हुए कहा, ”अयोध्या नगरी से नयी ऊर्जा मिल रही है। आधुनिक अयोध्या को देश के नक्शे पर फिर से गौरव के साथ स्थापित करेंगे।