इंदौर की विजय नगर थाना पुलिस ने फर्जी मार्कशीट बनाने वाले दो आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। पकड़े गए आरोपियों से पुलिस ने 08 मोबाइन फोन, तीन लेपटाप, कलर प्रिंटर सहित माध्यमिक परिषद दिल्ली एंव उत्तरांखड राज्य ओपन एंव इडियन इंस्टीटयूट अल्ट्रा मेडिसिन तथा ग्लोबल युनिवसिटी की मार्कशीट और अन्य बोर्ड विश्विधालय की कोरी मार्कशीट बोर्ड और विश्वविधालय के होलोग्राम और सभी बोर्ड की सील भी जप्त की गई है। दोनों आरोपियों को पुलिस ने रांची झारखंड से गिरफ्तार किया है।
दरसअल फरयादी आशीष श्रीवास्तव ने विजय नगर पुलिस को फर्जी मार्कशीट के बारे में शिकायत की थी जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस ने रांची के रहने वाले दिनेश तिरोले जो कि इंदौर के खंडवा नाका में अपनी पहचान छुपाकर अपने बड़े भाई अमित के साथ रह रहा था और दूसरे आरोपी जो लंबे समय से फरार चल रहा था जिसकी लोकेशन रांची झारखंड में मिली थी जहां पुलिस की एक टीम द्वारा कुमार आर्यन उर्फ मुकेश को रांची से गिरफ्तार किया गया।
जहां मुकेश और अमित बिहार से सभी विश्वविधालय एंव माध्यमिक शिक्षा परिषद दिल्ली की मार्कशीट जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते थे उनकी बगैर परीक्षा दिये ही फर्जी तरीके से 2 हजार, 5 हजार और 10 हजार रुपये में बनवा दिया करता था। पुलिस ने मुकेश और अमित को गिरफ्तार कर लिया है। बहरहाल पुलिस ने अब तक फर्जी मार्कशीट मामले में 35 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और आने वाले दिनों में और भी कई आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ सकते है।